धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश में चुनाव चल रहे हैं। ऐसे दौर में भी राहुल गांधी कभी केरल तो कभी कर्नाटक घूमने में व्यस्त दिख रहे हैं। इससे स्पष्ट होता है कि राहुल गांधी हिमाचल प्रदेश को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं हैं। उन्हें हिमाचल या हिमाचल के चुनाव से कोई लेना देना नहीं है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने धर्मशाला में पत्रकार वार्ता में कहा राहुल गांधी हिमाचल को अपना नहीं मानते हैं। इसी कारण हिमाचल में कांग्रेस कार्यकाल में जो भी भ्रष्टाचार या घोटाले हुए उसको लेकर आज दिन तक राहुल गांधी ने कुछ नहीं कहा।
मां और बेटा जमानती
इसके विपरीत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उत्तराखंड में भी हिमाचली परिधान पहनकर केदारनाथ पहुंचे थे। उससे यह जाहिर होता है कि पीएम मोदी को हिमाचल से कितना लगाव है। कांग्रेस के केंद्र और हिमाचल दोनों ही स्थानों पर बुरे हाल हैं। केंद्र में भी मां और बेटा सब कुछ हैं और जमानत पर हैं और हिमाचल में भी मां और बेटा सब कुछ करते हैं और जमानती हैं।
बिना काम कार्यकारी अध्यक्षों की फौज
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के पास कोई कार्य न होने के बावजूद कार्यकारी अध्यक्षों की फौज खड़ी कर रखी है। हिमाचल में भी केंद्र की तरह कांग्रेस बिखरी पड़ी है। कांग्रेस एक परिवार की पार्टी है, जबकि भाजपा के लिए पार्टी ही परिवार है।
हाटी को दिलाया हक
हिमाचल में विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। भाजपा हर वर्ग के विकास काे तरजीह देने वाली पार्टी है। जिसका उदाहरण हाटी समुदाय का 55 सालों से लंबित मामला है। आज भाजपा सरकार ने हाटी समुदाय के लोगों को मुख्य धारा में ला दिया है।
बागी नेताओं को वापस लाया जाएगा
जहां तक सवाल भाजपा की बागी नेताओं का है तो बड़े परिवार वाली पार्टी में ऐसा होता रहता है, लेकिन यह बात बिल्कुल स्पष्ट और निश्चित है कि सभी बागी नेताओं एवं लोगों को सम्मानपूर्वक वापस लाया जाएगा।