शिमला, ।, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी रैलियों के भाषण में हिमाचल प्रदेश की विख्यात वस्तुओं और खानपान को शामिल करते हुए लोगों के दिलों तक पहुंचने का काम अपने अंदाज में करते हैं। हर चुनावी रैली में वे किसी न किसी पहाड़ी व्यंजन, उत्पाद या मंदिर को याद कर बताते हैं कि वह हिमाचल को जानते हैं और इससे कितना प्रेम करते हैं। प्रधानमंत्री की तरह कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी हिमाचल से प्रेम दिखाती हैं लेकिन मोदी उनसे एक कदम आगे ही हैं।
कांगड़ा में कांगड़ी, बिलासपुर में बिलासपुर बोली
मोदी ने सबसे पहले बिलासपुर में रैली में बिलासपुरी भाषा में मां नयना देवी को प्रणाम करते हुए वहां के लोगों का आभार व्यक्त किया। इसी तरह कांगड़ा में प्रधानमंत्री ने कांगड़ी धाम के स्वादिष्ट व्यंजन मधरा को याद करते हुए लोगों के साथ स्वयं को जोड़ा। सोलन में रैली के दौरान मनोहर लाल के चने का जिक्र किया।
हमीरपुर में पंडितां की हट्टी का जिक्र कर सभी को चौंकाया
हमीरपुर के सुजानपुर में रैली में उन्होंने पंडितां की हट्टी को याद कर सभी को चौंका दिया। उन्होंने इससे न केवल हमीरपुर से गुजरते हुए हर उस व्यक्ति के दिल तक अपनी पहुंच बनाई, जो पंडितां की हट्टी से बेसन की बर्फी लेना नहीं भूलते हैं। आज भी इस दुकान पर लोगों की बेसन की बर्फी के लिए काफी भीड़ रहती है।
मोदी ने घूमा है प्रदेश का अधिकतर भाग
1998 में जब भाजपा की सरकार बनी तो मोदी प्रदेश भाजपा प्रभारी थे। उस दौरान उन्होंने पूरा प्रदेश घूमा है। प्रदेश के मंदिरों में पहुंचे हैं। प्रमुख दुकानों व यहां के व्यंजनों का स्वाद लोगों के साथ जाकर आम आदमी की तरह चखा है। प्रधानमंत्री अपने किसी भी भाषण में क्षेत्र विशेष के स्थानीय मुद्दे या किसी व्यक्ति को याद कर स्थानीय जुड़ाव बना लेते हैं। इसे भुनाने में भाजपा के कार्यकर्ता भी कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। नेता के साथ कार्यकर्ता की भूमिका भी इसको वोट में बदलने के लिए काफी अहम होती है।
प्रियंका भी मंदिरों से लोगों से जुड़ने का कर रही प्रयास
इसी तरह अब प्रियंका गांधी वाड्रा भी हिमाचल के जिस जिले में चुनावी जनसभा करने जा रही हैं, वहां के मंदिरों या किसी शक्तिपीठ में जाकर लोगों के साथ जुड़ने का प्रयास कर रही हैं। प्रियंका ने पहली बार हिमाचल में चुनावी रैलियों में हिस्सा लिया है।