नई दिल्ली, । इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आइसीसी ने टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट की प्लेइंग कंडीशंस में दो अहम बदलाव किए हैं। आइसीसी क्रिकेट कमेटी के सुझावों के आधार पर टी20 क्रिकेट की प्लेइंग कंडीशंस में बदलाव किया गया है। टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट (पुरुष और महिला दोनों) में दो अहम बदलाव स्लो ओवर रेट और ड्रिंक्स ब्रेक को लेकर हुए हैं। हालांकि, एक बदलाव द्विपक्षीय सीरीज के आधार पर है।
दरअसल, जनवरी 2022 से टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट की नई प्लेइंग कंडीशंस लागू होंगी, जिसमें अगर तय समय पर आखिरी ओवर की पहली गेंद नहीं फेंकी जाती है तो फिर तीस गज के दायरे के बाहर एक खिलाड़ी कम होगा। अगर तय समय पर कोई टीम सिर्फ 18 ओवर फेंकती है तो आखिरी के दो ओवर 30 गज के दायरे से पांच नहीं, बल्कि चार ही खिलाड़ी बाहर रह सकेंगे। अगर सीमित समय में आखिरी ओवर की पहली गेंद भी फेंकी जाती है तो फिर ये किसी भी प्रकार की परेशानी गेंदबाजी वाली टीम को नहीं होगी।
आइसीसी क्रिकेट कमेटी ने दूसरा नियम ड्रिंक्स ब्रेक लेकर बनाया है। टी20 इंटरनेशनल मैच की एक पारी के दौरान ढाई मिनट का ब्रेक लिया जा सकता है। हालांकि, द्विपक्षीय सीरीजों पर इसका निर्धारण करना दोनों टीमों की सहमति पर सीरीज से पहले किया जाना चाहिए। खेल की गति को बनाए रखने के लिए ये नियम लागू किए जा रहे हैं। इसी तरह की प्लेइंग कंडीशंस इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड यानी ईसीबी द्वारा द हंड्रेड लीग में रखी गई थीं।
आइसीसी के ये नए नियम 16 जनवरी को जमैका के सबीना पार्क में वेस्टइंडीज और आयरलैंड के बीच होने वाले एकमात्र टी20 इंटरनेशनल मैच से लागू होंगे। वहीं, महिला क्रिकेट में 18 जनवरी से साउथ अफ्रीका और वेस्टइंडीज के बीच सेंचुरियन में शुरू हो रही तीन मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज इन नियमों के तहत पहली सीरीज होगी।