जयपुर, । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज से राजस्थान में जल जन अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य वाटर हार्वेस्टिंग के साथ पेड़ लगाने और जल संरक्षण के लिए लोगों को प्रेरित करना है। पीएम मोदी ने वर्चुअल तौर पर ब्रह्माकुमारी संस्था के शांतिवन में जल जन अभियान की शुरुआत की है। यह अभियान ब्रह्माकुमारी संस्था और जल शक्ति मंत्रालय के के द्वारा शुरू किया गया है।
जल सुरक्षा है महत्वपूर्ण चिंता- पीएम
पीएम ने अभियान की शुरुआत करते हुए कहा कि है मिशन ऐसे समय में शुरू हुआ है जब पानी कमी को लेकर दुनिया भारत को देख रही है। जल है तो कल है। इसके लिए हमें आज से ही सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत के लिए जल सुरक्षा एक महत्वपूर्ण चिंता है और संसाधनों का संरक्षण सामूहिक जिम्मेदारी है। उद्घाटन समारोह में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, प्रसिद्ध अभिनेता नाना पाटेकर, उदयपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य लक्ष्यराज सिंह सहित कई लोग मौजूद रहे थे।
” ऋषियों ने किया है प्रकृति का संरक्षण, हमें भी करना चाहिए”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा कि हमें देश के लोगों के बीच जल संरक्षण के मूल्य में विश्वास पैदा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत की आध्यात्मिक संस्थाओं ने जल अभियान में अहम भूमिका निभाई है। बीते दशकों में हमारे यहां एक नकारात्मक सोच बन गई थी कि हम जल संरक्षण और पर्यावरण जैसे विषयों को मुश्किल मानकर छोड़ देते हैं। सोचते हैं कि यह काम नहीं किया जा सकता। लेकिन बीते 8 साल में मानसिकता बदली है। उन्होंने कहा कि भारत के ऋषियों ने हजारों सालों से प्रकृति से मिलने वाली चीजों के संरक्षण का संदेश दिया है। इसीलिए हमें भी उसे संरक्षित रखना चाहिए।
भूजल का कम होना है देश के लिए सबसे बड़ी चुनौती-पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल संबोधन में पूरे विश्व में घटते जल स्तर पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि भूजल का कम होना देश के लिए सबसे बड़ी चुनौती है और इस चुनौती से निपटने के लिए हम सबको मिलकर कार्य करना होगा। साथ ही उन्होंने नदियों के बिगड़ते हालात पर भी गहन चिंता जताई है। उन्होंने लोगों को जल प्रदूषण का मुकाबला करने का आह्वान किया।