, रांची। NIA Raid in Jharkhand राज्य में टेरर फंडिंग मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) के अधिकारियों की टीम कुख्यात नक्सली रवींद्र गंझू से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। इस छापेमारी में भारी मात्रा में नकदी मिलने की सूचना है, छापेमारी जारी है।
बुधवार की सुबह से ही निकली टीम ने रांची के मैक्लुस्कीगंज से सटे चंदवा थाना क्षेत्र के निंद्रा स्थित ईंट भट्ठा पर व कुछ अन्य व्यवसायियों के यहां भी पहुंची है।
एनआइए को सूचना मिली थी कि ये व्यवसायी रवींद्र गंझू के लेवी-रंगदारी के रुपयों का निवेश करते हैं और उसका लाभ रवींद्र गंझू को पहुंचाते हैं।
रवींद्र गंझू पर है 20 लाख रुपये का इनाम
रवींद्र गंझू पर झारखंड सरकार ने 15 लाख का इनाम रखा है। वह माओवादियों का रीजनल कमेटी सदस्य है। एनआइए ने भी उसे फरार घोषित कर रखा है और उसपर पांच लाख रुपये का इनाम रखा है। इस प्रकार रवींद्र गंझू पर 20 लाख रुपये का इनाम है।
रवींद्र गंझू को इन मामलों में तलाश कर रही एनआइए
एनआइए उसे एनआइए की रांची शाखा में दर्ज कांड में तलाश रही है। यह कांड एक करोड़ के इनामी सेंट्रल कमेटी सदस्य सुधाकरण से जुड़ा हुआ है।
उस वक्त गिरफ्तार सुधाकरण के सहयोगी गुमला निवासी प्रभु साव की निशानदेही पर लातेहार के गारू थाना क्षेत्र के रूप पंचायत क्षेत्र से हथियार व नक्सली साहित्य की बरामदगी हुई थी।
दूसरा मामला फरवरी 2022 में लातेहार-लोहरदगा सीमा पर स्थित बुलबुल जंगल में ऑपरेशन डबल बुल से संबंधित है। तब पेशरार के जंगल से सुरक्षा बलों ने भारी संख्या में हथियार की बरामदगी की थी।
इस कांड को एनआइए ने जून 2022 में टेकाओवर किया था। इन दोनों ही कांडों की जांच एनआइए कर रही है। इस कांड में भी एनआइए को रवींद्र गंझू की तलाश है। रवींद्र गंझू पर राज्य के विभिन्न थानों में करीब 55 कांड दर्ज हैं।
बांझीटोला स्थित आवास को सील कर चुकी है एनआईए
छानबीन के क्रम में ही एनआइए ने पूर्व में रवींद्र गंझू के लातेहार के चंदवा थाना क्षेत्र के हेसला मौजा के बांझीटोला स्थित आवास को सील किया था।
एनआइए में जांच में पाया था कि उक्त घर लेवी-रंगदारी के पैसे से बनाए गए थे। उसका पूरा नाम मुकेश गंझू उर्फ रवींद्र गंझू उर्फ सुरेंद्र गंझू है। लातेहार के चंदवा थाना क्षेत्र के बांझीटोला हेसला में उसका अपना घर है।