, रांची। झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान सदन में विपक्षी भाजपा के विधायकों ने स्पीकर रबीन्द्रनाथ महतो संग नोकझोंक की।
इस दौरान, भाजपा के कुछ विधायकों ने पर्ची फाड़कर आसन की तरफ उड़ाए और कुछ विधायक रिपोर्टर टेबल पर भी चढ़ गये। अध्यक्ष रबीन्द्रनाथ महतो ने भाजपा सदस्यों के अशोभनीय आचरण को देखते हुए निलंबित कर दिया।
भाजपा के 18 विधायकों को दो अगस्त दोपहर दो बजे तक के लिए निलंबित कर दिया। हालांकि, निलंबित किए गये विधायकों में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी शामिल नहीं हैं।
गुरुवार को आरंभ हुए सत्र पर बीते कल की छाया दिखी। कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा के विधायकों ने जोरदार हंगामा किया।
झामुमो से सुदिव्य कुमार ने संभाला मोर्चा
सत्तापक्ष की तरफ से झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने मोर्चा संभाला। उन्होंने कहा कि विपक्ष का आचरण विधानसभा की गरिमा के प्रतिकूल है। विपक्ष ने विधानसभा को हाई जैक कर बंधक बनाने का प्रयास किया।
स्पीकर ने विशेषाधिकारों का दिया हवाला, किया सस्पेंड
सोनू के प्रस्ताव पर स्पीकर रबीन्द्रनाथ महतो ने नियमन देते हुए कहा कि विशेषाधिकारों के मामले में सभा सर्वोच्च है। यह अपने विशेषाधिकार के प्रश्न पर विचार करने के मामले में विधायिका, न्यायपालिका और कार्यपालिका तीनों की शक्तियों से युक्त है।
उन्होंने आगे कहा कि भारत के संविधान द्वारा प्रदत्त शक्तियों और झारखंड विधानसभा कार्य प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियमावली के नियम 299, 300 एवं 310 के आलोक में सभा के 18 सदस्यों को दो अगस्त दोपहर दो बजे तक सभा की कार्यवाही से निलंबित किया जाता है।
भाजपा विधायकों के आचरण की जांच रिपोर्ट एक सप्ताह
स्पीकर रबीन्द्रनाथ महतो ने कहा कि निलंबित किए गए विधायकों के आचरण की विस्तृत जांच के लिए यह विषय झारखण्ड विधानसभा की गठित सदाचार समिति को सौंपा जाता है। सभापति सदाचार समिति विस्तृत एवं गंभीरतापूर्वक जांच करते हुए अपना प्रतिवेदन एक सप्ताह के अन्दर समर्पित करेंगे।
दो विधायक रिपोर्टिंग टेबल पर चढ़े
भाजपा के दो विधायक भानु प्रताप शाही और कुशवाहा शशिभूषण मेहता रिपोर्टिंग टेबल पर चढ़ गए। अशोभनीय हरकत से स्पीकर नाराज हुए।
आसान से खड़े होकर उन्होंने भाजपा विधायकों को वापस जाने को कहा। हंगामे पर उतारू विधायक नहीं माने। स्पीकर ने सदन की कार्यवाही साढ़े बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी।