नई दिल्ली, । कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के नतीजों में अब कुछ ही वक्त रह गया है। थोड़ी देर में चुनाव की तस्वीर साफ हो जाएगी। बीजेपी और कांग्रेस ने अपनी-अपनी जीत के दावे किए हैं। बीजेपी कह चुकी है कि सरकार बनने पर मौजूदा सीएम बसवराज बोम्मई को फिर से राज्य की कमान दी जाएगी। वही, अगर कांग्रेस की सरकार बनती है तो वो किसे मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठाएगी, ये बड़ा सवाल है।
डीके शिवकुमार
डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया कर्नाटक में कांग्रेस का बड़ा चेहरा है। संभव है कि सरकार बनने पर शिवकुमार या सिद्धारमैया में से किसी एक को ही सीएम बनाया जाएगा। सात बार से विधायक डीके शिवकुमार कर्नाटक की राजनीति में बड़ा नाम है। कई मौकों पर उन्होंने कांग्रेस को संकट से बाहर निकाला है। इस बार भी वह कनकपुरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
सिद्धारमैया
कर्नाटक में 2013 से 2018 तक मुख्यमंत्री रह चुके हैं। सीएम पद के लिए सिद्धारमैया भी बड़े दावेदार माने जा रहे हैं। कांग्रेस की सरकार बनने पर सिद्धारमैया के नाम पर भी सीएम के तौर पर मुहर लग सकती है। सिद्धारमैया वरुणा सीट से किस्मत आजमा रहे हैं।
राजस्थान, एमपी, की तरह कर्नाटक में भी होगी खींचतान!
राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ की तरह कर्नाटक में भी कांग्रेस के सामने सीएम पद को लेकर मुश्किल आ सकती है। डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के समर्थक अपने-अपने नेताओं को सीएम बनाए जाने की मांग करते रहे हैं। नतीजों से ठीक पहले सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र ने भी अपने पिता के लिए सीएम पद की पैरवी की है। यतींद्र ने कहा कि कर्नाटक के विकास के लिए सिद्धारमैया को सीएम बनाया जाना चाहिए।
बता दें कि राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सीएम जंग अब खुलकर सामने आ गई है। कई मौकों पर सचिन पायलट गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं। यही हाल, छत्तीसगढ़ में भी देखने को मिल रहा है। यहां सीएम भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बीच लड़ाई से पार्टी के लिए मुश्किल हो सकती है। मध्य प्रदेश में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच तनातनी भी कई बार देखी जा चुकी है।