चंडीगढ़। पंजाब की 13 लोकसभा सीटों पर मतदान अंतिम चरण में यानी 1 जून को होना है। इंडी गठबंधन के घटक दल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब में अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं। इन दोनों के बीच की टक्कर में भारतीय जनता पार्टी ने पेंच फंसा दिया है। श्री खडूर साहिब और फतेहगढ़ साहिब की सीट को अगर छोड़ दिया जाए तो कई सीटों पर भाजपा पूरी मजबूती से अपनी उपस्थिति दिखा रही है।
इस समय अमृतसर, फतेहगढ़ साहिब, फिरोजपुर, फरीदकोट और संगरूर में कांग्रेस और आप के बीच सीधी टक्कर देखने को मिल रही है। गुरदासपुर, लुधियाना, जालंधर और पटियाला में भाजपा की टक्कर कांग्रेस के साथ है।
वहीं, दूसरी तरफ बठिंडा, आनंदपुर साहिब और खडूर साहिब में आप व शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के बीच लडाई है। होशियारपुर में आप और भाजपा आमने-सामने हैं। हालांकि, इसमें बदलाव भी हो सकता है, क्योंकि रोजाना समीकरण बन-बिगड़ रहे हैं। आप को निशुल्क बिजली, भाजपा को श्रीराम लहर और कांग्रेस को प्रत्याशियों की पहचान के दम पर बढ़त मिलती दिख रही है।
फिरोजपुर: शेर सिंह Vs काका बराड़
फिरोजपुर में कांग्रेस के शेर सिंह घुबाया और आप के जगदीप काका बराड़ आमने-सामने हैं। घुबाया को जहां दो बार सांसद रहने के दौरान कराए कार्यों और काका बराड़ को राज्य सरकार की जनहित की योजनाओं से ताकत मिल रही है।
फरीदकोट: भाजपा प्रत्याशी हंसराज हंस को लेकर चर्चित है सीट
फरीदकोट सीट भाजपा के प्रत्याशी हंसराज हंस की वजह से सबसे ज्यादा चर्चा का केंद्र बनी हुई है। इस सीट पर आप के करमजीत अनमोल और कांग्रेस की अमरजीत कौर साहोके के बीच मुकाबला होता दिख रहा है। हालांकि, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारे बेअंत सिंह के बेटे सरबजीत सिंह खालसा ने अनमोल और साहोके के वोट काटे तो हंस को इसका लाभ मिल सकता है।
बठिंडा : तीन बार की सांसद हरसिमरत कौर Vs भाजपा व कांग्रेस
बठिंडा में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) की प्रत्याशी तीन बार की सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल थोड़ी अच्छी स्थिति में जरूर हैं, लेकिन आप के मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां उन्हें कड़ी टक्कर दे रहे हैं। भाजपा प्रत्याशी परमपाल कौर मलूका और कांग्रेस प्रत्याशी जीत मोहिंदर सिंह सिद्धू शिअद की पृष्ठभूमि का होने के कारण शिअद के वोट बैंक में सेंधमारी कर सकते हैं।
गुरदासपुर: सुखजिंदर रंधावा के सामने हैं दिनेश बब्बू
गुरदासपुर में कांग्रेस के सुखजिंदर रंधावा और भाजपा के दिनेश बब्बू के बीच सीधी टक्कर है। यहां आप के अमनशेर सिंह शैरी कलसी भी मजबूती से चुनाव लड़ रहे हैं।
अमृतसर: यहां से मैदान में हैं पूर्व राजदूत तरनजीत सिंह संधू
अमृतसर में आप प्रत्याशी कुलदीप सिंह धालीवाल और कांग्रेस प्रत्याशी गुरजीत सिंह औजला में मुकाबला है, लेकिन सबसे बड़े शहरी क्षेत्र के कारण भाजपा प्रत्याशी अमेरिका के पूर्व राजदूत तरनजीत सिंह संधू की भी लहर चल रही है। संधू को लेकर यह बात भी चल रही है कि वह जीते तो केंद्र में मंत्री बनना तय है। यह धारणा चली तो संधू ट्रंप कार्ड साबित हो सकते हैं।
होशियारपुर: चब्बेवाल और अनीता सोम प्रकाश हैं आमने-सामने
होशियारपुर में आपके डॉ. राज कुमार चब्बेवाल और भाजपा की अनीता सोम प्रकाश आमने-सामने हैं। चब्बेवाल को निशुल्क बिजली और अनीता सोमप्रकाश को श्रीराम मंदिर और श्रीराम की लहर से ताकत मिल रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वीरवार को यहां प्रचार के लिए आएंगे, इससे भी अनीता सोम प्रकाश को बल मिल सकता है।
श्री आनंदपुर साहिब: मलविंदर सिंह और चंजूमाजरा के बीच टक्कर
श्री आनंदपुर साहिब में आपके मलविंदर सिंह और शिअद के प्रो. प्रेम सिंह चंजूमाजरा के बीच टक्कर है, लेकिन भाजपा के डॉ. सुभाष शर्मा तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। हिंदू वोटों को अपने पक्ष में करके वे दोनों पार्टियों का गणित बिगड़ सकते हैं।
खडूर सहिबः लालजीत भुल्लर और विरसा सिंह वल्टोहा के बीच मुकाबला
खडूर सहिब सीट पर आप के लालजीत भुल्लर और शिअद के विरसा सिंह वल्टोहा में मुकाबला है, लेकिन चुनाव चल लड़ रहा अलगाववादी अमृतपाल भी चर्चा में है। वह शिअद के वोट बैंक में सेंधमारी करता है तो वल्टोहा को नुकसान हो सकता है।
जालंधर : यहां से पूर्व सीएम चन्नी हैं मैदान में
जालंधर में भाजपा का सीधा मुकाबला कांग्रेस से है। पीएम चुनावी सभा को संबोधित कर चुके हैं। यहां कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का मुकाबला भाजपा के सुशील रिंकू के साथ है। चन्नी की समस्या यह है कि पांच दशक तक कांग्रेस के साथ रहा चौधरी परिवार और केपी परिवार अब पार्टी छोड़ चुका है। पूर्व सांसद स्व. चौधरी संतोख सिंह की पत्नी भाजपा में जा चुकी हैं। उनके विधायक बेटे चन्नी का विरोध कर रहे हैं, कांग्रेस के पूर्व सांसद मोहिंदर केपी शिअद के प्रत्याशी हैं।
लुधियाना : कांग्रेस के राजा Vs भाजपा के बिट्टू
लुधियाना में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए रवनीत सिंह बिट्टू और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग में मुख्य मुकाबला है। आप प्रत्याशी अशोक पराशर भी इस लोकसभा सीट पर पार्टी को विधानसभा चुनाव में मिली मार्जिन के भरोसे जीत की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
संगरूर: यहां एकजुट हैं हिंदू
मुख्यमंत्री मान के गृह क्षेत्र संगरूर में कांग्रेस के सुखपाल खैहरा और आप के गुरमीत सिंह मीत हेयर के बीच मुकाबला है। यहां से भगवंत मान दो बार सांसद रहे हैं। यहां के सांसद सिमरनजीत सिंह मान किसी का भी खेल बिगाड़ सकते हैं। संगरूर में श्रीराम मंदिर के कारण हिंदू एकजुट हुए हैं, जिसका फायदा भाजपा प्रत्याशी अरविंद खन्ना को मिल सकता है।
श्री फतेहगढ़ साहिब: ईसाई समुदाय है निर्णायक
श्री फतेहगढ़ साहिब में आप के गुरप्रीत सिंह जीपी और कांग्रेस के डॉ. अमर सिंह में मुकाबला है। हालांकि, यहां मतांतरित हुए ईसाई समुदाय के लोगों का वोट बैंक दोनों प्रत्याशियों का चुनावी गणित बिगाड़ सकता है। ईसाई समुदाय से पीटर मसीह चुनाव मैदान में उतरे हैं, जो कांग्रेस व शिअद को मिलने वाले ईसाई समुदाय के वोट काटेंगे।
पटियाला: मैदान में हैं भाजपा के परनीत कौर और कांग्रेस के डॉ. धर्मवीर गांधी
पटियाला में भाजपा प्रत्याशी परनीत कौर और कांग्रेस के डॉ. धर्मवीर गांधी के बीच सीधे-सीधे मुकाबला है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के यहां आने से परनीत कौर को मजबूती मिली है तो कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी डॉ. गांधी के समर्थन में रैली कर चुके हैं।
यहां भाजपा और कांग्रेस के बीच में शिअद के हिंदू नेता एनके शर्मा ने पेंच फंसाया हुआ है। शर्मा डेराबस्सी से विधायक रह चुके हैं। यह वह क्षेत्र है, जहां न सिर्फ नई आबादी है, बल्कि हिंदू बाहुल्य है। इसमें श्रीराम मंदिर का बड़ा प्रभाव है। यहां डेराबस्सी के मतदाता निर्णायक साबित हो सकते हैं।