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Ludhiana: मुख्यमंत्री ने बुड्ढा दरिया की बदहाली के लिए पिछली सरकारों को कोसा


लुधियाना: वर्षों से बुड्ढा दरिया के काले पानी को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुड्ढा दरिया की बुरी हालत के लिए प्रदेश की पिछली सरकारों और नेताओं को जमकर कोसा। बुड्ढा दरिया में बने एसटीपी (सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा, ‘पदार्थवादी सोच और ज्यादा कमाने के चक्कर में हम सूरत ही खो बैठे और पता ही नहीं चला कि गुरुद्वारा साहिब गऊ घाट के पास से गुजरने वाला बुड्ढा दरिया कब गंदा नाले में तब्दील हो गया।

समय-समय की सरकारों ने बुड्ढा दरिया को लेकर कई कार्यक्रम किए। आप भी पहुंचे होंगे कार्यक्रमों में, तालियां भी बजी और पत्थर भी लगे। पत्थर वहीं पड़े रह गए। तमाशा खत्म और पैसा हजम वाला काम चलता रहा। इलाके के गरीब बच्चों के बारे किसी ने नहीं सोचा।

यहां के लोगों को काले पानी की सजा दे दी।’मुख्यमंत्री ने सुखबीर बादल को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि लुधियाना में जिन स्थानों से बुड्ढा दरिया गुजरता गया, वहां सीवरेज और गंदा पानी गिरता रहा और दरिया बहता हुआ फाजिल्का पहुंचता है। यहां पहुंचते पहुंचते पानी काला हो जाता है।

फाजिल्का के उन गांवों की हालत देखने लायक है। नलों से पानी काले रंग का आता है। वही पानी पीना पड़ता है। बच्चे विकलांग हो रहे हैं। बच्चों के बाल सफेद हो जाते हैं। यह इलाका सुखबीर बादल का था। उन्होंने कभी सूरत नहीं ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले दस सालों में एसटीपी की मेंटनेंस में लुधियाना नगर निगम 320 करोड़ रुपये खर्च करेगा। भट्टियां के पुराने एसटीपी की मरम्मत करके उसे फिर से चालू किया जाएगा।

जनती की रेत खड्ढ खोली दी, जल्द 150 होंगी

मुख्यमंत्री मान ने रेत की खड्ढों पर कहा कि जनता की सुविधा के लिए वर्तमान में 34 खड्ढ चल रही हैं और मार्च के पहले सप्ताह में 50 कर देंगे। 100 खड्ढ की और प्लानिंग चल रही है। 150 खड्ढ लोगों की होगी। वहां न कोई जेसीबी चलेगा और न ही टिप्पर चलेंगे। अपने वाहन और लोग लेकर जाएं, 5.50 रुपये फुट सरकारी रेट पर खुद रेत भर लें।

भ्रष्टाचार में और भी हैं लाइन में…

मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए रोज ही पटाखे पड़ रहे हैं। पूरी तरह से भ्रष्टाचार खत्म करेंगे। अभी और भी कई कार्रवाई की लाइन में हैं। वेटिंग लिस्ट चल रही है। खाता ही बहुत बड़ा है। पंजाब का पैसा लूटने वालों पर रहमदिली नहीं होगी।

मुख्यमंत्री ने अपने विधायकों को भी नहीं बख्शा। उन्होंने कहा कि वह एक स्थान पर नौकरियों के नियुक्ति पत्र बांटने गए तो हमारा एक विधायक कहता है कि उनका इलाके का एक युवा है जो दो नंबर से रह गया। उसे किसी के स्थान पर एडजस्ट कर दें। उन्होंने स्पष्ट कहा कि उनकी सिफारिश वाले को जिसके स्थान पर लेंगे वह भी तो हमारा ही बच्चा है। सिफारिशी को अगली बार प्रयास करने को कहें। नौकरी में कोई सिफारिश या रिश्वत नहीं चलेगी।

सरकारी कार्यालयों के चक्कर घटाएंगे

मुख्यमंत्री ने कहा सरकारी कार्यालयों में जनता के चक्कर घटाने की कवायद शुरू हो गई है। सरकार ने ड्राइविंग के लर्निंग लाइसेंस के लिए ऐप बना दी है। उसमें अपनी जानकारी फीड करें और वहीं लर्निंग लाइसेंस का प्रिंट निकलवा लें। आरटीए दफ्तर जाने की जरूरत नहीं। पंजाब में एक साल में साढ़े सात लाख लोग लर्निंग लाइसेंस के लिए आरटीए कार्यालय जाते थे। एक आवेदक को कम से कम दो चक्कर लगाने पड़ते थे। यानी 14 लाख चक्कर पंजाबियों के कार्यालय के कम हो गए।