नई दिल्ली। । मध्य प्रदेश में पांच सीटों पर राज्यसभा चुनाव होने वाले हैं। राज्य के सभी पांच सीटें 2 अप्रैल को खाली हो रही है। चुनाव आयोग ने सोमवार (29 जनवरी) मध्य प्रदेश की पांच सीटें सहित 56 सीटों का शेड्यूल जारी कर दिया है।
भारतीय निर्वाचन आयोग के अनुसार, 15 फरवरी को नामांकन, 20 फरवरी तक नाम वापसी होगी। 27 फरवरी को चुनाव के बाद रिजल्ट सामने आएंगे।
बता दें कि मतदान मतपत्र के जरिए कराया जाएगा। विधानसभा के सभी 230 सदस्य मतदान प्रक्रिया में हिस्सा लेंगे। इसके लिए मतदाता सूची रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा तैयार की जाएगी, जो विधानसभा के प्रमुख सचिव होंगे।
क्या कहती है विधानसभा की गणित?
उम्मीद जताई जा रही है कि खाली हो रही पांच सीटों में से बीजेपी के पास चार, कांग्रेस के पास एक सीट है। वर्तमान आधार पर बीजेपी-कांग्रेस अपनी सीटें बचा लेंगी।
राज्य में विधानसभा की स्थिति पर एक नजर डालें तो राज्य विधानसभा में 233 सीटें हैं। एक राज्यसभा सीट के लिए 39 वोट चाहिए। इस समय बीजेपी के पास राज्य विधानसभा में 163 सीटें हैं। ऐसे में इस बात का अनुमान लगाया जा सकता है कि एक बार एमपी से भाजपा के चार राज्यसभा सांसद चुनकर आने वाले हैं। वहीं कांग्रेस के पास 66 विधायक हैं। एक विधायक भारत आदिवासी पार्टी के पास है।
इन सांसदों का कार्यकाल हो रहा खत्म
भाजपा
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान
अजय प्रताप सिंह
एल मुरुगन
कैलाश सोनी
कांग्रेस
राजमणि पटेल
ओडिशा में 27 फरवरी को चुनाव
ओडिशा में राज्यसभा की खाली हो रही तीन सीटों के लिए 27 फरवरी को चुनाव होगा। ओडिशा से रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ राज्यसभा के तीन सदस्य का कार्यकाल तीन अप्रैल को समाप्त हो रहा है।