सतना (मध्य प्रदेश)। मध्य प्रदेश में नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। जिसे लेकर सभी पार्टियां चुनावी रैलियां कर रही हैं और एक दूसरे पर तरह तरह के आरोप लगा रही हैं।
वहीं, इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सतना में एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि बड़े उद्योगपति रोजगार नहीं देते। छोटे व्यापारी जो छोटे और मध्यम व्यवसाय चलाते हैं, जो छोटे और मध्यम स्तर के विनिर्माण में हैं, जो दुकानें चलाते हैं, ये लोग रोजगार प्रदान करते हैं… लाखों छोटी इकाइयाँ हुआ करती थीं… जो हमारे युवाओं को रोजगार देती थीं।
राहुल गांधी ने कहा कि जब बीजेपी और पीएम मोदी की सरकार सत्ता में आई तो उन्होंने इन इकाइयों पर हमला शुरू कर दिया। उन्होंने नोटबंदी और जीएसटी से छोटे व्यापारियों और छोटे और मध्यम व्यवसायों पर हमला किया। जीएसटी कोई टैक्स नहीं है। यह किसानों, छोटे व्यापारियों और व्यवसायियों पर हमला है। यह छोटे व्यापारियों को खत्म करने का हथियार है।
राहुल गांधी ने आगे कहा कि मैं बताना चाहता हूं कि प्रदेश में ओबीसी की संख्या 50 फीसदी और प्रदेश में भागीदारी मात्र 0.3% ही है। यह आंकड़ा आपको देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नहीं बताना चाहते लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं कि आपकी संख्या 50 फीसदी है इसलिए हिस्सेदारी भी 50 फीसदी ही होनी चाहिए।
राहुल ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जितना पैसा भाजपा ने अडानी अंबानी और उद्योगपतियों को दिया है मैंने तय किया है जहां भी कांग्रेस सरकार है वहां के लोगों को उतना ही पैसा गरीबों को देने का काम किया जाएगा।
राहुल ने कहा कि मैंने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण सुना है पहले कहा करते थे कि मैं ओबीसी हूं अब कह रहे हैं देश में एक ही जाती है और वो है गरीब। चुनावी मुद्दे से जाति इसलिए गायब हो गई, जब से मैंने जाति जनगणना का समर्थन किया तब से जाति गायब हो गई।
राहुल गांधी ने कहा कि जहां भी मैं गया वहां पर हमें सबसे अधिक ओबीसी जाति के लोग ही मिले, मैं अंदाज से कह सकता हूं पूरे हिंदुस्तान में 50 फीसदी लोग ओबीसी समाज के हैं।
चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मध्य प्रदेश और केंद्र की दिल्ली सरकार को विधायक और सांसद नहीं चलाते हैं बल्कि उन्हें अफसर चलाते हैं।