नई दिल्ली। स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने वाले राज्यों की पहल अब देश के दूसरे राज्यों के लिए भी मिसाल बनेंगी। नेशनल अचीवमेंट सर्वे (एनएएस) 2021 की रिपोर्ट के बाद केंद्र ने इस दिशा में पहल तेज की है। साथ ही सरकार ने ऐसे राज्यों की जानकारी जुटाने में जुटी है, जिनका प्रदर्शन रिपोर्ट में बेहतर या फिर राष्ट्रीय औसत से ज्यादा पाया गया है।
विषयों के आधार पर जुटाई जा रही जानकारी
फिलहाल अलग अलग स्तरों पर अलग अलग विषयों के आधार पर यह जानकारी जुटाई जा रही है। साथ ही उन्होंने इन्हें कैसे हासिल किया गया है, सभी राज्यों से यह ब्यौरा भी मांगा जा रहा है। शिक्षा मंत्रालय का जिन क्षेत्रों को लेकर सबसे ज्यादा फोकस है, वह भाषा, गणित,विज्ञान व सामाजिक विज्ञान जैसे विषयों को लेकर है।
राज्यों का प्रदर्शन राष्ट्रीय औसत से नीचे
खास बात यह है कि इस रिपोर्ट में राजस्थान, पंजाब सहित कई ऐसे राज्यों का भी प्रदर्शन सामने आया है, जो उम्मीदों से काफी बेहतर रहा है। अकेले आठवीं के गणित विषय के प्रदर्शन को देखा जाए, तो इनमें 500 अंकों में से राष्ट्रीय औसत अंक 255 था, जबकि दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा जैसे राज्यों का प्रदर्शन राष्ट्रीय औसत से नीचे था।