सिडनी, : न्यूजीलैंड (New Zealand) की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न (Jacinda Ardern) ने इस्तीफा देने की घोषणा कर सभी को चौंका दिया है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि देश का नेतृत्व जारी रखने के लिए उनके पास शक्ति नहीं बची है। अब वो फिर से चुनाव (Election) नहीं लड़ेगी। पीएम के रूप में अडर्न का कार्यकाल 7 फरवरी तक समाप्त हो जाएगा। वहीं, इस साल 14 अक्टूबर को आम चुनाव होंगे। ऐसे में न्यूजीलैंड की सत्ताधारी लेबर पार्टी इस पद के लिए नए नेता की तलाश में है। इसको लेकर पार्टी में रविवार को वोट होगा। इस दौरान जो भी नया नेता चुना जाता है वो अगले चुनाव तक प्रधानमंत्री रहेगा।
प्रधानमंत्री की रेस में हैं ये नेता
क्रिस हिपकिंस- लेबर पार्टी के लिए ये पहली बार 2008 में संसद के लिए चुने गए थे। नवंबर 2020 में इन्हें कोविड-19 के लिए मंत्री नियुक्त किया गया था। महामारी को लेकर सरकार की प्रतिक्रिया के बाद हिपकिंस ने देशभर में अपार लोकप्रियता हासिल की। देश को वायरस से मुक्ति दिलाने की उनकी प्रतिक्रिया को दुनिया में सराहा गया। इसके अलावा वो शिक्षा, लोक सेवा मंत्री भी हैं और सदन के नेता के रूप में काम करते हैं। वहीं, संसद में शामिल होने से पहले हिपकिंस ने कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं। वो दो शिक्षा मंत्रियों के वरिष्ठ सलाहकार थे। इसके अलावा हिपकिंस पूर्व प्रधानमंत्री हेलेन क्लार्क के कार्यालय में भी काम चुके हैं।
किरी एलन- प्रधानमंत्री पद को लेकर देश में चल रही रेस में 39 वर्षीय किरी एलन भी हैं। फिलहाल, वो न्यूजीलैंड की न्याय मंत्री हैं। इस पद पर काबिज होने के बाद वो माओरी वंश से देश की पहली प्रधानमंत्री बनेंगी। साथ ही निर्वाचित होने के बाद वो देश में इस पद को हासिल करने वाली खुले तौर पर पहली समलैंगिक नेता भी बन जाएंगी। एलन के पोर्टफोलियो में आपदा प्रबंधन भी शामिल है। उन्हें 2021 में स्टेज 3 सर्वाइकल कैंसर का पता चला था। तब उन्होंने इलाज के लिए छुट्टी ले ली थी। 2017 में संसद में प्रवेश करने से पहले, एलन ने कृषि उद्योग में काम किया। उस दौरान नए कीवी फलों के विकास में बड़ी भूमिका निभाई।
माइकल वुड- 42 वर्षीय वुड भी पीएम पद के उम्मीदवारों में शामिल हैं। उन्होंने देश में 2016 के उप-चुनाव में भारी बहुमत से जीत दर्ज की थी। संसद में शामिल होने के बाद उन्होंने लेबर पार्टी में एक अलग पहचान बनाई। 2020 में वुड को परिवहन और कार्यस्थल सुरक्षा मंत्री बनाया गया। इसके बाद 2022 में कैबिनेट फेरबदल के दौरान उनके पोर्टफोलियो में आप्रवासन को भी जोड़ा गया। संसद का सदस्य बनने से पहले, उन्होंने ऑकलैंड की नगर परिषद में अपनी सेवा दी। उन्होंने वित्त क्षेत्र संघ में भी काम किया।
नानैया महुता- 52 साल की अनुभवी सांसद नानैया महुता को भी पीएम बनाया जा सकता है। 2020 की चुनावी जीत के बाद ये न्यूजीलैंड की पहली महिला विदेश मंत्री बनीं। उन्होंने अमेरिका और चीन के बीच फंसे प्रशांत देशों के लिए राजनयिक मैदान की वकालत करने में अपनी भूमिका निभाई है। पिछले साल के अंत में इन्होंने कहा था कि ये क्षेत्र महाशक्ति के साथ पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है। ये दिवंगत माओरी रानी के दत्तक भाई और सम्मानित माओरी एल्डर सर रॉबर्ट महुता की बेटी हैं। उन्होंने स्थानीय सरकार का पोर्टफोलियो भी संभाला है और देश में कई महत्वपूर्ण कार्यों को अंजाम दिया है।