नोएडा, । सेक्टर 100-104 चौराहे के पास होली के दिन एक तेज रफ्तार कार ने स्कूटी सवार डिलीवरी ब्वॉय को रौंद दिया। हादसे में गंभीर रूप से घायल डिलीवरी ब्वॉय की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। हादसे के बाद नाराज साथी कर्मचारियों ने फूड चेन एजेंसी के बाहर प्रदर्शन कर मृतक के स्वजन को मुआवजा देने की मांग की।
पुलिस ने शांत कराया मामला
सूचना पर पहुंची सेक्टर-39 कोतवाली पुलिस ने किसी तरह मामले को शांत कराया। गाजीपुर के दिनेश यादव (24) सलारपुर गांव में किराये के मकान में रहता था। परिवार में माता-पिता के अलावा चार बहन व एक भाई है। वह टाटा की बीवी नाऊ ग्रासरी में फूड डिलीवरी ब्वॉय था। बुधवार दोपहर करीब तीन बजे होली के दिन सेक्टर-104 स्थित बिग बास्केट से सामान लेकर डिलीवरी के लिए सेक्टर-100 स्थित लोटस बुलेवार्ड सोसायटी में जा रहा था।
100 मीटर तक घसीटती रही स्कूटी
सेक्टर 100-104 चौराहे पर हाजीपुर की तरफ से सड़क पार करने के दौरान सेक्टर-98 की तरफ से रही एक तेज रफ्तार अमेज कार ने दिनेश की ई-स्कूटी में पीछे से टक्कर मार दी। टक्टर के बाद स्कूटी कार में फंसकर दिनेश 100 मीटर तक घसीटती रही। हादसे में दिनेश सिर में गंभीर चोट आने के कारण घायल हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने निजी वाहन से घायल को इलाज के लिए सेक्टर-30 स्थित जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान डिलीवरी ब्वॉय को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
स्वजन का आरोप- नशे में था कार चालक
कोतवाली प्रभारी अजय चाहर का कहना कि स्वजन की शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया है। पोस्टमार्टम के बाद शव को स्वजन को सौंपा है। स्वजन का कहना है कि घटना के वक्त चौराहे की लाल बत्ती बंद थी। सड़क पार करने के दौरान यह हादसा हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अमेज कार की स्पीड करीब 120 किलोमीटर प्रतिघंटा रही होगी।
घटना के बाद मौके पर जम लोगों ने कार चालक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। डिलीवरी ब्वॉय ने हेलमेट पहना था, लेकिन टक्कर के बाद दिनेश स्कूटी समेत कार में फंस गया। कई मीटर तक कार में फंसे होकर घिसटने के कारण हेलमेट टूट गया। आरोप है कि कार चालक नशे की हालत में था। घटना का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि स्कूटी का पिछला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं कार बंपर और अगला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुआ है।
मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन
दोस्त करण यादव ने बताया कि मृतक डिलीवरी ब्वॉय था। घटना के बाद फूड चेन एजेंसी से कुछ कर्मचारी पहुंचे थे। जिन्होंने सिर्फ इंश्योरेंस का पैसा देने की बात कही है। जबकि मृतक के परिवार को मुआवजा मिलना चाहिए।