- मानसून सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत जोरदार हंगामे के साथ हुई है. विपक्षी दलों ने पेगासस जासूसी विवाद के मुद्दे को ऐसा उछाला कि महज 6 मिनट के अंदर संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. इसी बीच लोकसभा में कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ‘ ने पेगासस’ विवाद को लेकर ट्वीट किया.
उन्होंने कहा, ‘वही सरकार जिसने एनएसओ (NSO) की जांच का आदेश दिया था, अब इसका बचाव कर रही है. पूर्व आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद जांच चाहते थे, मौजूदा आईटी मंत्री इसका बचाव कर रहे हैं. यह (केंद्र के) दो विपरीत रुख दिखाता है.’
‘सरकार की प्रतिक्रिया निराशाजनक’
उन्होंने अन्य ट्वीट में कहा, सरकार की प्रतिक्रिया निराशाजनक रही है. न्यायिक निरीक्षण के तहत जांच का आदेश देने के बजाय, भारत सरकार एनएसओ का बचाव कर रही है. पूर्व आईटी मंत्री ने संसद में कहा था कि सीईआरटी-इन द्वारा एनएसओ में जांच की गई है. उस जांच का क्या हुआ?
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी का बयान
इससे पहले संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा था कि सरकार और पेगासस मुद्दे के बीच कोई संबंध नहीं है. फिर भी यदि विपक्ष के नेता उचित प्रक्रिया के माध्यम से इस मुद्दे को उठाना चाहते हैं तो इसे उठाने दें.उन्होंने कहा कि PM ने विपक्ष की धारणा पर चिंता व्यक्त की, लोगों का मुद्दा उठाने की बजाए कांग्रेस सोच रही है कि सत्ता और PM उनका अधिकार है. हम 2 साल से महामारी झेल रहे हैं लेकिन कांग्रेस बहुत गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार कर रही है.