भुवनेश्वर। : ओडिशा में मानसून जाने के बाद अक्टूबर से दिसंबर तक चक्रवात आने का डर बना हुआ है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, 10 अक्टूबर तक प्रदेश से मानसून पूरी तरह वापस लौट जाएगा।
प्राकृतिक आपदा से निपटने की तैयारी
मानसून लौटने के 45 दिन के बीच चक्रवात बनने की संभावना हर वर्ष बनी रहती है। ऐसे में इस दौरान आने वाले संभावित चक्रवात या अन्य किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा से निपटने कि लिए राज्य के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी अभी से अपनी तैयारी शुरू कर दिए हैं।
इसी क्रम में मुख्य सचिव प्रदीप कुमार जेना की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक की गई है और संभावित चक्रवात से मुकाबला करने के लिए पहले से तैयार रहने को सभी विभाग को निर्देश दिया गया है।
चक्रवात से निपटने के लिए तैयार ओडिशा
मुख्य सचिव ने सभी विभाग को आपसी समन्वय बनाकर सरकार के जीरो कैजुएल्टी नीति पर काम करने के लिए कहा है। बैठक में मौसम विभाग केंद्र के निदेशक एच आर विश्वास ने भाग लेते हुए राज्य में चक्रवात संबंधित सूचना पद्धति के बारे में जानकारी दी।
इस बैठक में ओड्राफ, एनडीआरएफ, दमकल विभाग आदि विभागों ने क्या क्या तैयारी की है, उस पर चर्चा की गई। विभिन्न संस्था या कार्यालय में रहने वाले औजार की स्थिति का जायजा लेने के साथ ही जरूरत के हिसाब से नए यंत्रांश खरीदने के लिए भी मुख्य सचिव ने निर्देश दिया है।
हर विभाग की तैयारी का लिया जा रहा जायजा
सभी विभाग में चक्रवात संचालन को लेकर एसओपी रहने के बावजूद सभी विभाग को अपने-अपने विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर तैयारी का जायजा लेने को कहा है।
मुख्य सचिव ने कहा है कि जिला प्रशासन जब किसी मदद की मांग करेगा, खासकर विजली विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, जल संसाधन विभाग आदि को तुरंत मदद करने को कहा गया है।
ओडिशा राज्य आपदा संचालन अधिकारी डा.ज्ञानरंजन दास ने ओडिशा में आपदा से निपटने के लिए मौजूद संशाधन नेटवर्क एवं तैयारी के बारे में जानकारी दिए। भारतीय मौसम विभाग के साथ समन्वय बनाकर लगातार जरूरी तैयारी करने की जानकारी उन्होंने दी।
बैठक में ये सभी रहे सवाल
बैठक में विकास आयुक्त तथा अतिरिक्त मुख्य सचिव अनु गर्ग, राजस्व विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव तथा विशेष राहत आयुक्त सत्यव्रत साहू, ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त सचिव निकुंज बिहारी धल, दमकल सेवा डीजी सुधांशु षडंगी के साथ राज्य सरकार के संपृक्त 12 विभाग के प्रमुख सचिव, आयुक्त तथा सचिव उपस्थित थे।