सीतापुर: 27 वीं वाहिनी पीएसी के सहायक सेनानायक का एक पत्र तेजी से वायरल हुआ है। पत्र पर सहायक सेनानायक श्री प्रकाश दुबे का नाम लिखा है। जिसमें सीतापुर में पीएसी कर्मचारियों को प्रशासनिक भवनों और रिहायशी व गैर रिहायशी इलाकों में रुक कर वरिष्ठ अधिकारियों को सलामी देने की हिदायत दी गयी है। इस संबंध में जारी पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इसके बाद प्रादेशिक आर्म्ड कांस्टेबुलरी (पीएसी) के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस बात की जांच के आदेश दिए हैं कि यह आंतरिक आदेश सोशल मीडिया पर कैसे वायरल हुआ।
आदेश की पालना नहीं करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी
बता दें पत्र में कहा गया है कि प्रशासनिक भवन, वाहिनी के आवासीय गैर आवासीय परिसर में साइकिल या बाइक से आवागमन के दौरान रुककर उच्च अधिकारियों को अभिवादन करें। ऐसा न करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इस बारे में 27 वीं वाहिनी के सेनानायक एमआर सिंह ने बताया कि यह हमारे नियमों में है। पत्र अनुशासन के तौर पर जारी किया गया होगा।
जारी करने वाले अफसर ने कहा- आदेश कोई नया नहीं
वहीं इस पत्र को जारी करने वाले अफसर का कहना है कि यह आदेश कोई नया नहीं है, यह पीएसी के ट्रेनिंग का एक अहम हिस्सा है। उन्होंने बताया कि यह पत्र अनुशासन के मद्देनजर जारी किया गया है। बता दें कि इस आदेश की सूचना अन्य अधिकारियों को भी दे गई है। उन्हें इस आदेश को तत्परता से लागू करने का निर्देश दिया गया है।
पीएसी कमांडेंट ने पत्र को सही ठहराया
इस मामले के बारे में 27वीं वाहिनी पीएसी के कमांडेंट मणिराम सिंह से पूछे जाने पर कहा कि उन्हें इस पत्र में कुछ भी गलत नहीं नजर आता। यह आदेश अनुशासनहीनता को रोकने के लिए दिया गया है और आदेश देने वाले अधिकारी की इसमें कोई गलत मंशा नजर नहीं आती। उन्होंने कहा कि ऐसे आदेश समय-समय पर जारी किए जाते हैं ताकि अनुशासन बना रहे लेकिन यह पत्र सोशल मीडिया पर कैसे वायरल हो गया, इसकी जांच कराई जाएगी।