इस्लामाबाद। पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी (FIA) की एक विशेष अदालत ने शुक्रवार को सीनेटर आजम स्वाती को गिरफ्तारी के बाद जमानत दे दी। सत्ता विरोधी ट्वीट करने पर उनके खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया था।
पासपोर्ट सरेंडर करने का निर्देश
डान के अनुसार, विशेष न्यायाधीश सेंट्रल राजा आसिफ महमूद ने स्वाति को 10 लाख पीकेआर के मुचलके पर जमानत दे दी। हालांकि, अदालत ने उन्हें अपना पासपोर्ट सरेंडर करने का निर्देश दिया। 13 अक्टूबर को सीनेटर आजम स्वाति को सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा (Army chief General Qamar Javed Bajwa) पर देश के उच्च स्तर पर भ्रष्टाचार को वैध बनाने का आरोप लगाने के लिए हिरासत में लिया गया था।
‘डीजी को कोर्ट में लाएंगे’
सुनवाई से पहले मीडियाकर्मियों से बात करते हुए स्वाति ने कहा कि गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह (Interior Minister Rana Sanaullah) और एफआइए के महानिदेशक उनके शिकायतकर्ता हैं। जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा कि वह डीजी को कोर्ट में लाएंगे और साइबर क्राइम विंग और उसके कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज करेंगे।
‘मुझे एजेंसियों कौ सौंप दिया’
पीटीआई नेता ने आरोप लगाया, ‘उन्होंने मेरे खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की और फिर मुझे उन एजेंसियों को सौंप दिया, जिन्होंने मेरे साथ हिंसात्मक रवैया अपनाया।’ उन्होंने कहा कि उनसे सवाल किया जा रहा है कि उन्होंने सीनेटर सैफुल्ला सरवर खान न्याजी का बचाव क्यों किया। न्याजी इमरान खान का दाहिना हाथ हैं और एक निर्दोष व्यक्ति हैं। स्वाति ने कहा, ‘मैं अभी भी सीनेटर सैफुल्ला का बचाव करूंगा, अगर वह एक सामान्य कार्यकर्ता होते।’
‘हकीकी आजादी’ के लिए अपना सब कुछ कुर्बान कर देंगे
जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, यह पूछे जाने पर कि क्या वह अपने ट्वीट पर कायम हैं, स्वाति ने कहा कि वह ‘हकीकी आजादी’ के लिए कुछ भी करेंगे और अपना सब कुछ कुर्बान कर देंगे। ड्यूटी मजिस्ट्रेट शोएब अख्तर की अध्यक्षता में सुनवाई की शुरुआत में अभियोजन पक्ष के वकील ने स्वाति का विवादित ट्वीट पढ़ा।
‘स्वाति का मोबाइल फोन बरामद करना जरूरी’
इस बीच, अभियोजक ने गिरफ्तार पीटीआई नेता के रिमांड में 14 दिन के विस्तार का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि स्वाति एक राजनीतिक हस्ती हैं, जिनके सोशल मीडिया अकाउंट पर सैकड़ों हजारों फालोअर्स हैं। उन्होंने कहा कि स्वाति का मोबाइल फोन बरामद करना जरूरी है।
जांच अधिकारी से पूछताछ के लिए और समय देने का अनुरोध
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, ‘स्वाति ने अपने सत्यापित खाते से ट्वीट किया और ट्वीट में सेना प्रमुख का उल्लेख किया।’ उन्होंने अदालत से जांच अधिकारी को पूछताछ के लिए और समय देने का अनुरोध किया। बाद में, अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया और पीटीआइ नेता की रिमांड एक दिन के लिए बढ़ा दी।