- नयी दिल्ली : दुनिया के नक्शे पर युवा आबादीवाले देशों में भारत सबसे ऊपर है. राष्ट्र निर्माण में युवा क्षमताओं के लिए ढेर सारी संभावनाएं हैं. अर्थव्यवस्था की मजबूती में जनसांख्यिकीय लाभ के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवा रचनात्मक लेखकों से ”एक भारत, श्रेष्ठ भारत” में सलाह देने के इरादे से फ्लैगशिप कार्यक्रम के तहत पहल करने की जरूरत पर बल दिया है.
प्रधानमंत्री ने युवाओं को उनके लेखन कौशल का उपयोग करने और प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय योजना ”युवा : प्रधानमंत्री योजना युवा लेखकों को सलाह देने के लिए” की घोषणा की. यह योजना 30 साल से कम उम्र के लेखकों का एक पूल बनाना सुनिश्चित करेगी, जो खुद को व्यक्त करने और भारत को किसी भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर पेश करने को तैयार हैं.
साथ ही भारतीय संस्कृति और साहित्य को विश्व स्तर पर पेश करने में मदद करेगा. इससे प्रशिक्षित युवा लेखक कथा, गैर-कथा, यात्रा वृतांत, संस्मरण, नाटक, कविता आदि विभिन्न विधाओं के लेखन में दक्ष होंगे. यह योजना नौकरी के विकल्पों के साथ पढ़ने ओर लेखन को पसंदीदा पेशे के रूप में लाना सुनिश्चित करेगा, जिससे भारतीय बच्चे पढ़ाई और ज्ञान को संवारने के अभिन्न अंग के रूप में लेंगे.
क्या होगी युवा लेखकों की चयन प्रक्रिया
- MyGov पर एक अखिल भारतीय प्रतियोगिता के जरिये कुल 75 लेखकों का चयन किया जायेगा.
- यह चयन नेशनल बुक ट्रस्ट (बीपी डिवीजन, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के तहत) द्वारा गठित एक समिति द्वारा किया जायेगा.
- प्रतियोगिता 4 जून से 31 जुलाई, 2021 तक चलेगी.
- मेंटरशिप योजना के तहत एक उचित पुस्तक के रूप में विकसित होने की उपयुक्तता का आकलन करने के लिए प्रतियोगियों को 5,000 शब्दों की एक पांडुलिपि जमा करने के लिए कहा जायेगा.
- चयनित लेखकों के नामों की घोषणा 15 अगस्त, 2021 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर की जायेगी.
- मेंटरशिप के आधार पर चयनित लेखक नामांकित आकाओं के मार्गदर्शन में अंतिम चयन के लिए पांडुलिपियां तैयार करेंगे.
- विजेताओं की प्रविष्टियां 15 दिसंबर, 2021 तक प्रकाशन के लिए तैयार की जायेंगी.
- प्रकाशित पुस्तकें 12 जनवरी, 2022 को युवा दिवस या राष्ट्रीय युवा दिवस पर लॉन्च की जा सकती हैं.
प्रथम चरण में तीन माह का प्रशिक्षण
- चयनित उम्मीदवारों के लिए भारत का राष्ट्रीय पुस्तक न्यास दो सप्ताह के लिए लेखकों के ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन करेगा.
- इस दौरान युवा लेखकों को एनबीटी के निपुण लेखकों और लेखकों के पैनल के दो प्रख्यात लेखकों या संरक्षकों द्वारा प्रशिक्षित किया जायेगा.
- दो सप्ताह के लेखकों के ऑनलाइन कार्यक्रम के पूरा होने के बाद, लेखकों को एनबीटी द्वारा आयोजित विभिन्न ऑनलाइन/ऑन-साइट राष्ट्रीय शिविरों में दो-सप्ताह के लिए प्रशिक्षित किया जायेगा.
द्वितीय चरण में तीन माह का संवर्धन
- युवा लेखकों को विभिन्न अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों जैसे साहित्यिक उत्सवों, पुस्तक मेलों, आभासी पुस्तक मेला, सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों आदि में बातचीत के माध्यम से अपनी समझ का विस्तार करने और अपने कौशल को सुधारने का मौका मिलेगा.
- मेंटरशिप के अंत में मेंटरशिप योजना के तहत प्रति लेखक छह महीने (50,000 x 6 = 3 लाख रुपये) की अवधि के लिए 50,000 रुपये प्रति माह की समेकित छात्रवृत्ति का भुगतान किया जायेगा.
- मेंटरशिप प्रोग्राम के परिणाम के रूप में एनबीटी द्वारा युवा लेखकों द्वारा लिखित एक पुस्तक या पुस्तकों की एक शृंखला प्रकाशित की जायेगी.
- मेंटरशिप प्रोग्राम के अंत में लेखकों को उनकी पुस्तकों के सफल प्रकाशन पर 10 फीसदी की रॉयल्टी देय होगी.
- विभिन्न राज्यों के बीच संस्कृति और साहित्य का आदान-प्रदान सुनिश्चित करने और इस तरह एक भारत श्रेष्ठ भारत को बढ़ावा देने के लिए उनकी प्रकाशित पुस्तकों का अन्य भारतीय भाषाओं में अनुवाद किया जायेगा.