बेंगलुरू,। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज बेंगलुरू में भारत ऊर्जा सप्ताह (IEW) 2023 का उद्घाटन किया। पीएम ने कहा कि भारत तेजी से ऊर्जा क्षेत्र में विस्तार कर रहा है और इस सेक्टर में अभूतपूर्व संभावनाएं हैं। बता दें कि हरित ऊर्जा के क्षेत्र में भारत के बढ़ते कदम को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम में 34 देशों के मंत्री और राष्ट्राध्यक्षों ने भाग लिया। इसी के साथ इस कार्यक्रम में भारत के ऊर्जा भविष्य की चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा करने के लिए 30,000 से अधिक प्रतिनिधि, 1,000 प्रदर्शक और 500 वक्ता एकत्रित होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया एनर्जी वीक 2023 इवेंट में सबसे पहले इंडियन ऑयल द्वारा विकसित सोलर कुकिंग सिस्टम के ट्विन-कुकटॉप मॉडल का अनावरण किया।
वैश्विक ऊर्जा परिवर्तन में भारत की भूमिका को दिखायगा कार्यक्रम
भारत ऊर्जा सप्ताह को संबोधित करते हुए पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा इंडिया एनर्जी वीक भारत की ऊर्जा सुरक्षा, हमारे नागरिकों के लिए सामर्थ्य और पहुंच सुनिश्चित करता है और वैश्विक ऊर्जा परिवर्तन में भारत की भूमिका के लिए पीएम की दीर्घकालिक दृष्टि को दर्शाता है।
6 से 8 फरवरी तक कार्यक्रम होगा आयोजित
इंडिया एनर्जी वीक 2023 6 से 8 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा। पीएम ने इसको लेकर कहा बताया कि वह आज बेंगलुरु जाकर भारत ऊर्जा सप्ताह में भाग लेंगे और बाद में प्रमुख विकास कार्यों का शुभारंभ करने और विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखने के लिए तुमकुरु जाएंगे।
इसलिए खास है कार्यक्रम
बता दें कि यह कार्यक्रम उन चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा करने के लिए पारंपरिक और गैर-पारंपरिक ऊर्जा उद्योग, सरकारों और शिक्षा जगत के नेताओं को एक साथ लाएगा जो पर्यावरण को बचाने पर चर्चा करेंगे। कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री वैश्विक तेल और गैस सीईओ के साथ एक गोलमेज बातचीत में भाग लेंगे। वह हरित ऊर्जा के क्षेत्र में कई पहल भी शुरू करेंगे।
ग्रीन मोबिलिटी रैली को दिखाएंगे हरी झंडी, ‘अनबॉटल्ड’ यूनिफॉर्म की भी लांचिंग
प्रधानमंत्री मोदी ग्रीन मोबिलिटी रैली को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। रैली हरित ऊर्जा स्रोतों पर चलने वाले वाहनों की भागीदारी का गवाह बनेगी और हरित ईंधन के लिए जन जागरूकता पैदा करने में मदद करेगी।पीएम इसी के साथ इंडियन ऑयल की ‘अनबॉटल्ड’ पहल के तहत यूनिफॉर्म लॉन्च करेंगे। बता दें कि सिंगल-यूज प्लास्टिक को चरणबद्ध तरीके से खत्म करने के लिए इंडियन ऑयल ने रीसाइकिल पॉलिएस्टर (आरपीईटी) और कपास से बनी वर्दी को एलपीजी डिलीवरी कर्मियों के लिए अपनाया है। यह वर्दी का प्रत्येक सेट लगभग 28 रिसाइकिल की गईं बोतलों के साथ बनी है।