प्रतापगढ़। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में मौसम बदल गया है। जिले में बुधवार देर शाम धूल भरी तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी हुई। इस दौरान वज्रपात से मझिलहा गांव में एक ही परिवार के भाई बहन समेत तीन लोग झुलस गए। खेत में कटाई करके रखे गए गेहूं व गेहूं की खड़ी फसल के नुकसान को लेकर किसान चिंतित हो उठे।
वहीं, कुछ ही देर में बूंदाबांदी रुक गई। इससे शहर सहित अंचल की बिजली भी गुल हो गई। जिले में बुधवार को सुबह से तेज धूप रही। दोपहर में घर से निकलना मुश्किल रहा। सड़कों पर तेज धूप के चलते सन्नाटा पसर गया। देर शाम अचानक मौसम बदला और तेज हवाएं चलने लगीं। हल्की बरसात भी हुई। गड़वारा प्रतिनिधि के अनुसार मझिलहा में बूंदाबांदी के दौरान वज्रपात से एक ही परिवार के तीन लोग झुलस गए।
बारिश और वज्रपात से मौसम बदला
गांव निवासी रविंद्र प्रताप सिंह नोएडा में रहकर प्राइवेट नौकरी करते हैं। बुधवार शाम आई आंधी और बारिश के बीच उनका सात वर्षीय बेटा अभी सिंह और 13 वर्षीय पुत्री काजल सिंह बाहर खूंटे से बंधी बकरी को अंदर बांधने का प्रयास कर रहे थे। उन्हीं से कुछ दूरी पर उनकी बड़ी मां अनीता देवी पत्नी शिव बहादुर भी खड़ी थी। इसी दौरान पास में स्थित चिलबिल के पेड़ पर वज्रपात से तीनों गंभीर रूप से झुलस गए। घायलों को गंभीर हालत में राजा प्रताप बहादुर अस्पताल ले जाया गया, जहां से अभी सिंह को एसआरएन प्रयागराज रेफर कर दिया।
बारिश के चलते किसानों की बढ़ी चिंता
लालगंज प्रतिनिधि के अनुसार तहसील इलाके में करीब 20 मिनट के बाद बारिश रुक गई। किसान सरसिज तिवारी, राजेश वर्मा, हरिश्चंद्र, भारत, पवन कुमार आदि का कहना है कि बारिश यदि अधिक हो गई तो गेहूं की खड़ी व कटी फसल चौपट हो जाएगी। सनई अनुसंधान केंद्र के मौसम विज्ञान प्रेक्षक विनय कुमार सिंह ने बताया कि न्यूनतम तापमान 20 व अधिकतम 38 डिग्री सेल्सियस रहा। उन्होंने बताया कि गुरुवार को भी बारिश हो सकती है। हल्की बारिश के दौरान शहर में बिजली की आवाजाही लगी रही।
गेहूं को घर पहुंचाने में जुटे अन्नदाता
दिन में भीषण गर्मी पड़ने के साथ ही आसमान में बादल देख अन्नदाता अपने गेहूं की फसल घर पहुंचाने में जुट गए। डेरवा क्षेत्र में खेतों में ही ट्रैक्टर व थ्रेशर बुलाकर गेहूं की मड़ाई कर रहे हैं। उन्हें डर है कि बरसात हुई तो उनकी गाढ़ी कमाई नष्ट हो जाएगी। मौसम विभाग ने बारिश का अलर्ट जारी किया है। इससे किसान चिंतित हैं।