लुधियाना। लंबी जद्दोजहद के बाद पूर्व खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशु के खिलाफ पूर्व डीएसपी बलविंदर सिंह सेखों द्वारा दायर एक शिकायत मामले में पूर्व स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की गवाही वीडियो-कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से आज दर्ज हो गई।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस दौरान सिद्धू ने अपने बयान में ज्यादातर बातों से अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि उनके मंत्रालय में लाखों फाइल आती थी। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुरानी बात है। इसलिए यकीन से कुछ कहा नहीं जा सकता।
बता दें कि, पिछली पेशी पर शिकायतकर्ता के वकील ने सीजेएम सुमित मक्कड़ की अदालत के समक्ष अनुरोध किया था कि वे वीडियो-कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से नवजोत सिद्धू की गवाही नहीं करवाना चाहते। वे वीडियो-कान्फ्रेंसिंग के जरिए गवाही के आदेश को चुनौती देना चाहते हैं। इसके बाद कोर्ट ने मामले की सुनवाई 4 नवंबर तक स्थगित कर दी थी। वहीं आज उन्होंने गवाही दर्ज करवा ही दी। इससे पहले 21 अक्टूबर को नवजोत सिंह सिद्धू को शारीरिक तौर पर अदालत में पेश होने के लिए कहा गया था।
उल्लेखनीय है कि चार साल पहले आरटीआइ एक्टिविस्ट कुलदीप खैरा की तरफ से गिल रोड के एक ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट के निर्माण पर सवाल खडे़ करते हुए शिकायत दी गई थी। शिकायत के बाद तत्कालीन स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने इस मामले की जांच डीएसपी बलविंदर सेखों को सौंपी थी।
सेखों की तरफ से इस पर रिपोर्ट तैयार की गई थी। इसे कैबिनेट मंत्री के पास सबमिट भी कर दिया गया था। इस दौरान ही आशु व डीएसपी के बीच फोन पर बहस हुई थी। सेखों को नगर निगम के पद से हटाकर कमांडो में तैनात कर दिया गया था। उनके द्वारा दी गई रिपोर्ट की फाइल गुम हो चुकी है।