डूंगरपुर कांग्रेस आदिवासियों के खिसकते वोट बैंक से चिंतित है। करीब डेढ़ दशक पहले तक कांग्रेस के परम्परागत वोट बैंक रहे आदिवासियों को फिर से पार्टी से जोड़ने की रणनीति के तहत पहले नव संकल्प चिंतन शिविर उदयपुर में आयोजित किया गया और फिर सोमवार को डूंगरपुर जिले के बेणेश्वर में आम सभा हुई। आम सभा में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, कांग्रेस और आदिवासियों का पुराना व गहरा रिश्ता है। कांग्रेस आदिवासियों के इतिहास और संस्कृति की रक्षा करती है। यूपीए सरकार ने आदिवासियों को जल,जंगल और जमीन का अधिकार दिया था।
बेणेश्वर राजस्थान और गुजरात के आदिवासियों का प्रमुख धार्मिक स्थल है। यहां लगने वाले मेले में दोनों राज्यों के आदिवासी पहुंचते हैं। दोनों राज्यों के आदिवासियों के प्रभाव वाली 55 विधानसभा सीटों को साधने के लिहाज से बेणेश्वर में 132 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले हाई लेवल पुल का शिलान्यास किया गया। पुल निर्माण की मांग आदिवासी लम्बे समय से कर रहे थे। राजस्थान और गुजरात के आदिवासियों में भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) का प्रभाव काफी बढ़ रहा है। गुजरात में बीटीपी ने आम आदमी पार्टी के साथ चुनावी समझौता किया तो कांग्रेस की चिंता ज्यादा बढ़ गई। कांग्रेस की चिंता यह है कि यदि बीटीपी और आम आदमी पार्टी में राजस्थान में भी सीटों के तालमेल को लेकर समझौता हुआ तो उसे काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है।