जयपुर, । भाजपा का मुकाबला करने के लिए कांग्रेस नए लोगों को पार्टी से जोड़ने के साथ ही कार्यकर्ताओं के लिए नियमित रूप से प्रशिक्षण शिविर आयोजित करेगी। तीन साल तक पार्टी के प्राथमिक सदस्य रहने वालों को ही संगठन में पदाधिकारी बनाया जाएगा। राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस के नव संकल्प शिविर के दूसरे दिन शनिवार को वरिष्ठ ने संगठन को निचले स्तर से मजबूत करने पर जोर दिया। इस दौरान भाजपा की तर्ज पर राज्यों व जिलों में संगठन महामंत्री बनाने पर सहमति हुई। पार्टी की पहली पंक्ति के नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सुझाव दिया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का मुकाबला करने के लिए सेवादल को मजबूत किया जाना चाहिए।
जनाधार वाले नेताओं को सत्ता व संगठन में प्राथमिकता दी जाए
संघ की तर्ज पर सेवादल के कार्यकर्ता प्रतिदिन या सप्ताह में एक दिन अपने-अपने क्षेत्र में मतदाताओं से संपर्क कर कांग्रेस की रीति-नीति के बारे में बताएं। विरोधी दलों और कांग्रेस में भेद के बारे में भी लोगों को बताया जाए। नेताओं ने कहा कि जरूरत पड़ने पर पार्टी के संविधान में भी संशोधन किया जाए। इससे पहले दिसंबर, 2010 में संविधान में संशोधन किया गया था। इसके साथ ही पैरासूटर्स संस्कृति को त्यागकर जनाधार वाले नेताओं को सत्ता व संगठन में प्राथमिकता दी जानी चाहिए। वरिष्ठ नेताओं ने अनौपचारिक बातचीत में माना कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव में टिकट का निर्णय करीब पांच से छह महीने पहले होना चाहिए, जिससे प्रत्याशी को क्षेत्र में काम करने का मौका मिले।