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Rajya Sabha: अगर कांग्रेस ना होती तो इमरजेंसी का कलंक, सिखों का नरसंहार ना होता- पीएम मोदी


नई दिल्ली, । पीएम नरेन्द्र मोदी मंगलवार को राज्यसभा में विपक्षी दल कांग्रेस पर हमलावर दिखे। मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने विपक्षी पार्टी पर करारा हमला बोला। मोदी ने महंगाई और रोजगार के मुद्दे पर भी बयान दिया।

100 साल में नहीं देखा ऐसा संकट

मोदी ने कोरोना महामारी को लेकर कहा कि 100 साल में मानव जाति ने इतना बड़ा संकट नहीं देखा। मानव जाति के लिए बड़ा संकट था। ये संकट बहरूपिया है। पूरा देश और दुनिया इसके खिलाफ लड़ाई लड़ रही है।

80 करोड़ देशवासियों को मुफ्त राशन

मोदी ने कहा कि इस कोरोना काल में 80 करोड़ से भी अधिक देशवासियों के लिए इतने लंबे कालखंड के लिए मुफ्त में राशन की व्यवस्था की गई, ताकि ऐसी स्थिति कभी पैदा न हो कि उनके घर का चूल्हा न जले। भारत ने ये काम करके दुनिया के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। कोरोना के दौरान बहुत सारी बाधाओं के बावजूद हमने गरीबों और जरूरतमंदों को घर उपलब्ध कराने के लिए काम करना जारी रखा। यह सदन कोरोना के दौरान हमारे स्वास्थ्य सेवा और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए कार्यों की प्रशंसा करता है। यह उन्हें और प्रेरित करेगा।

रोजगार पर भी बोले पीएम

साल 2021 में एक करोड़ 20 लाख लोग ईपीएफओ से जुड़े हैं। ये फार्मल जाब हैं। इनमें से 65 लाख 18 से 25 साल की उम्र के लोग हैं। इन लोगों की पहली बार जाब मार्केट में एंट्री हुई है। नैसकॉम के अनुसार 2017 के बाद 27 लाख रोजगार आईटी सेक्टर में प्राप्त हुआ। 2021 में भारत में जितने यूनिकॉर्न बने वो पहले के वर्षों में बने कुल यूनिकॉर्न से भी ज़्यादा हैं। अगर ये सब रोजगार की गिनती में नहीं आता तो फिर ये रोजगार से ज़्यादा राजनीति की चर्चा ही मानी जाती है।

महंगाई से पूरी दुनिया प्रभावित

मोदी ने कहा कि महंगाई ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया है। अमेरिका 40 साल में सबसे ज्यादा और ब्रिटेन 30 साल में सबसे ज्यादा महंगाई का सामना कर रहा है। यूरो वाले देश भी अपनी मुद्रा के रूप में अभूतपूर्व मुद्रास्फीति का सामना कर रहे हैं। ऐसे में हमने महंगाई पर काबू पाने की कोशिश की है। 2015-2020 के बीच यह दर 4-5% के बीच थी। यूपीए के दौरान महंगाई दहाई अंक में थी।

कांग्रेस ना होती तो…

मोदी ने कांग्रेस पर भी जमकर हमला बोला। मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी की इच्छा के अनुसार, अगर कांग्रेस ना होती तो लोकतंत्र परिवारवाद से मुक्त होता। भारत विदेशी चश्मे के बजाय स्वदेशी संकल्पों के रास्ते पर चलता। इमरजेंसी का कलंक ना होता। अगर कांग्रेस ना होती तो दशकों तक भष्टाचार को संस्थागत बनाकर नहीं रखा जाता। कांग्रेस ना होती तो जातिवाद और क्षेत्रवाद की खाई इतनी गहरी ना होती। सिखों का नरसंहार ना होता। सालों-साल पंजाब आतंकी आग में ना जलता। कश्मीर के पंडितों को कश्मीर छोड़ने की नौबत नहीं आती। कांग्रेस ना होती तो बेटियों को तंदूर में जलाने की घटनाएं ना होती। देश के सामान्य इंसान को घर, सड़क, बिजली, पानी शौचालय मूल सुविधाओं के लिए इतने सालों तक इंतजार करना नहीं पड़ता।

मोदी ने ये भी कहा कि कांग्रेस जब सत्ता में रही तो देश का विकास नहीं होने दिया। अब विपक्ष में है तो देश के विकास में बाधा डाल रही है। कांग्रेस को नेशन पर भी आपत्ति है। यदि नेशन इसकी कल्पना गैर संवैधानिक है तो आपकी पार्टी का नाम इंडियन नेशनल कांग्रेस क्यों रखा गया? नाम बदलकर आपको फेडरेशन आफ कांग्रेस करना चाहिए। कांग्रेस को अपने पूर्वजों की गलती को सुधारना चाहिए।

मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने भारत के इतिहास में सरकारों को अस्थिर करने के लिए चाल चली है। अटल जी की सरकार ने तीन राज्यों छत्तीसगढ़, झारखंड और उत्तराखंड का गठन किया, लेकिन ऐसी कोई समस्या कभी सामने नहीं आई। कांग्रेस आलाकमान के काम करने के 3 तरीके- बदनाम करना, स्थिर करना और फिर खारिज करना। उन्होंने इन सिद्धांतों के साथ काम किया है।