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Rajya Sabha : ‘भ्रष्टाचार करे AAP, शिकायत करे कांग्रेस और कार्रवाई हो तो गाली दें मोदी को’, विपक्षी एकता पर PM मोदी का वार


 नई दिल्ली। पीएम मोदी राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दे रहे हैं। पीएम मोदी अपने संबोधन के दौरान विपक्षी दलों पर जुबानी हमला बोला। इससे पहले पीएम ने मंगलवार को लोकसभा में भाषण दिया था।

  • देश की जनता ने हर प्रकार से उनको इतना पराजित कर दिया है कि अब उनके पास गली-मोहल्ले में चीखने के सिवाय कुछ बचा नहीं है। नारेबाजी, हो-हल्ला और मैदान छोड़कर भाग जाना, यही उनके नसीब में लिखा हुआ है।
  • इस चुनाव नतीजों से कैपिटल मार्केट में तो उछाल नजर ही आ रहा है, लेकिन दुनिया में भी उमंग और आनंद का माहौल है। इस बीच हमारे कांग्रेस के लोग भी खुशी में मग्न हैं, लेकिन मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि इस खुशी का कारण क्या है? क्या ये खुशी हार की हैट्रिक पर है? क्या ये खुशी नर्वस 90 का शिकार होने की है? क्या ये खुशी एक और असफल लॉन्च की है?
  • देश देख रहा है झूठ फैलाने वालों की सत्य सुनने की ताकत भी नहीं होती है। सत्य से मुकाबला करना इसके लिए जिनके हौसले नहीं हैं, उनमें बैठकर के इतनी चर्चा के बाद अपने द्वारा ही उठाए हुए सवालों के जवाब सुनने की हिम्मत नहीं है। ये अपर हाउस को अपमानित कर रहे हैं। विपक्षी सांसद मैदान छोड़कर भाग गए।
  • जो ये मानते हैं कि इसमें क्या है, ये तो होने ही वाला है, ये तो अपने आप हो ही जाएगा। ऐसे विद्वान हैं। ये लोग ऐसे हैं, जो ऑटो पायलट मोड में, रिमोट कंट्रोल सरकार चलाने के आदी हैं। ये कुछ करने धरने में विश्वास नहीं रखते, ये इंतजार करना जानते हैं। लेकिन हम परिश्रम में कोई कमी नहीं रखते हैं।
  • ये चुनाव 10 वर्ष की सिद्धियों पर तो मुहर है ही, लेकिन इस चुनाव में भविष्य के संकल्पों के लिए भी देश की जनता ने हमें चुना है। देश की जनता का एकमात्र भरोसा हम पर होने के कारण उन्होंने आने वाले सपनों को, संकल्पों को सिद्ध करने के लिए हमें अवसर दिया है।
  • आज संविधान दिवस के माध्यम से स्कूलों और कॉलेजों ​को संविधान की भावना को, संविधान की रचना में क्या भूमिका रही है, देश के गणमान्य महापुरुषों ने संविधान के निर्माण में किन कारणों से कुछ चीजों को छोड़ने का निर्णय किया और किन कारणों से कुछ चीजों को स्वीकार करने का निर्णय किया इसके विषय में विस्तार से चर्चा हो।
  • एक व्यापक रूप से संविधान के प्रति आस्था का भाव जगे और संविधान के प्रति समझ विकसित हो। संविधान हमारी प्रेरणा रहे इसके लिए हम कोशिश करते रहे हैं।
  • जब लोकसभा में जब हमारी सरकार की तरफ से कहा गया कि हम 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाएंगे तो मैं हैरान हूं कि जो आज संविधान की प्रति लेकर घूमते रहते हैं, दुनिया में लहराते रहते हैं, उन्होंने विरोध किया था कि 26 जनवरी तो है, फिर संविधान दिवस क्यों लाएं?
  • अगले पांच साल बुनियादी सुविधाओं की संतृप्ति सुनिश्चित करने और गरीबी के खिलाफ लड़ाई के लिए हैं। यह देश अगले पांच वर्षों में गरीबी के खिलाफ विजयी होगा। मैं यह पिछले 10 वर्षों के अनुभव के आधार पर कह रहा हूं। जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा, तो इसका प्रभाव जीवन के हर क्षेत्र पर होगा।
  • मेरे देश की जनता ने हमारे प्रदर्शन को प्राथमिकता दी है। मेरे देश की जनता ने भ्रम की राजनीति को नकार दिया है। मेरे देश की जनता ने भरोसे की राजनीति पर जीत की मुहर लगा दी है।
  • देश के लोगों द्वारा हमें तीसरी बार दिया गया यह अवसर ‘विकसित भारत’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ को साकार करने का है।
  • मैं कांग्रेस के कुछ साथियों का हृदय से आभार व्यक्त करना चाहता हूं। जब से नतीजे आए हैं, मैं एक साथी पर ध्यान दे रहा हूं, जिसे उसकी पार्टी का समर्थन नहीं था, लेकिन उसने अपनी पार्टी का झंडा अकेले थाम रखा था। उसने जो कहा, उसके लिए उनके मुंह में घी शक्कर।
  • मैं ऐसा क्यों कह रहा हूं? उसने बार-बार कहा एक तिहाई सरकार। इससे बड़ा सच क्या हो सकता है? हमने अब 10 साल पूरे कर लिए हैं और 20 और बाकी हैं। तो हमने 1/3 पूरा कर लिया है, 2/3 बाकी है। तो उसकी भविष्यवाणी के लिए उनके मुंह में घी शक्कर।
  • 10 साल के बाद किसी एक सरकार की लगातार फिर से वापसी हुई है और मैं जानता हूं कि भारत के लोकतंत्र में 6 दशक बाद हुई, ये घटना असामान्य घटना है।
  • 10 सालों के सेवाभाव से किए कार्य को देश की जनता ने जी भरकर समर्थन दिया है। देश की जनता ने आशीर्वाद दिया है।
  • वैश्विक संकटों की वजह से कुछ समस्याएं उत्पन्न हुईं, लेकिन हमने 12 हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी देकर इसका असर किसानों पर नहीं पड़ने दिया। हमने कांग्रेस के मुकाबले कहीं अधिक पैसा किसानों तक पहुंचाया। अन्न भंडारण का विश्व का सबसे बड़ा अभियान हमने हाथ में लिया और इस दिशा में काम चल पड़ा है।
  • स्वतंत्र भारत के इतिहास और संसदीय यात्रा में कई दशकों के बाद ऐसा हुआ है कि जनता ने लगातार तीसरी बार किसी सरकार को जनादेश दिया है। 60 साल के बाद ऐसा हुआ है कि सरकार 10 साल तक सत्ता में रहने के बाद वापस लौटी है।
  • मैं समझता हूं कि यह कोई सामान्य बात नहीं है। कुछ लोगों ने जानबूझकर जनता द्वारा दिए गए इस फैसले को ब्लैकआउट करने की कोशिश की। कुछ लोगों को जनादेश समझ नहीं आया, वह जनादेश से मुंह फेर रहे हैं।
  • हमें तीसरी बार देश की सेवा करने के लिए जनादेश मिला
  • राष्ट्रपति ने अहम विषय उठाए, देश का मार्गदशर्न किया

प्रधानमंत्री ने लोकसभा में क्या कहा?

पीएम ने कांग्रेस की हार को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को फर्जी जीत का जश्न मनाने की बजाय आत्ममंथन करना चाहिए। उन्होंने राहुल के व्यवहार को संसदीय लोकतंत्र के लिए खतरा भी बताया। मोदी ने कहा कि इसे बालक बुद्धि मानकर नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

संसद के रिकॉर्ड से हटाए गए राहुल गांधी के भाषण के अंश

वहीं, इससे पहले राहुल गांधी के भाषण के कुछ अंश लोकसभा की कार्यवाही से हटा दिए गए। पीएम मोदी, आरएसएस और भाजपा को लेकर हिंदू वाले बयान के कुछ अंश हटा दिए गए हैं। राहुल ने स्पीकर की कार्रवाई का विरोध भी जताया। उन्होंने कहा कि नियमों के तहत ये कार्यवाही नहीं हुई है।