Ramgarh By-Election Result Live 2023: झारखंड की रामगढ़ सीट पर 27 फरवरी को उपचुनाव का परिणाम आज आने वाला है, जिसमें सभी की नजरें टिकी हुई हैं। इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। गुरुवार सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हुई है। रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में कुल 18 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। गौरतलब है कि इस चुनाव में भाजपा और कांग्रेस की प्रतिष्ठा एक तरह से दांव पर लगी है।
जानें उपचुनाव में कौन आगे
आजसू प्रत्याशी सुनीता चौधरी की बढ़त लगातार बरकरार है। पांचवें राउंड की भी घोषणा हो चुकी है। इसमें भी वह कांग्रेस प्रत्याशी बजरंग महतो से 19,529 वोटों से आगे हैं। जहां उन्हें 63,505 वोट मिले हैं, वहीं महतो को 43, 976 वोट हासिल हुए हैं। बढ़त के साथ ही आजसू कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल है। वे जमकर नारेबाजी कर रहे हैं।
रामगढ़ में उपचुनाव कराने की जरूरत क्यों हुई महसूस
मालम हो कि गोला गोली कांड में कांग्रेस विधायक ममता देवी को सजा होने के बाद उनकी सदस्यता खत्म हो गई, जिसके चलते यह सीट खाली हो गई और तय नियम के मुताबिक ममता देवी 11 साल तक किसी भी चुनाव में भाग नहीं ले सकती हैं। उन्हें पांच साल कैद की सजा सुनाई गई है। बता दें कि इस गोलीकांड में दो की मौत होने के साथ 24 लोग घायल भी हुए थे।
रामगढ़ का अगला विधायक कौन
रामगढ़ का अगला विधायक कौन होगा? इस सवाल का जवाब अब कुछ ही देर में मिल जाएगा। रामगढ़ कॉलेज के स्ट्रॉन्ग रूम में मतगणना जारी है। हालांकि, शुरुआती रूझान के मुताबिक एनडीए प्रत्याशी सुनीता चौधरी आगे चल रही हैं। हालांकि, वह कितने मतों से आगे हैं, इसका खुलासा अभी नहीं किया गया है। यह पोस्टल बैलेट की गिनती के अनुरूप है।
मालूम हो कि मतगणना केंद्र में तीन मतगणना कक्ष बनाए गए हैं और यहां 40 टेबल लगाए गए हैं। मतगणना के काम को पूरा करने के लिए 150 कर्मियों की नियुक्ति की गई है, जिन पर 405 बूथों में हुए मतदान की गिनती को पूरा करने की जिम्मेदारी है। मतगणना स्थल से 200 मीटर की अवधि में निषेधाज्ञा लागू है।
यहां डालें एक नजर
रामगढ़ विधानसभा सीट पर साल 2019 में कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर ममता देवी को जीत हासिल हुई थी। इस दौरान ममता देवी के विपरीत आजसू की टिकट पर सुनीता चौधरी चुनावी मैदान में उतरी थीं। हालांकि, ममता देवी ने उन्हें 28, 718 वोटों से हरा दिया था। हालांकि, साल 2016 के हिंसा के एक मामले में हजारीबाग जिले की एक विशेष अदालत ने बीते दिसंबर के महीने में विधायक ममता देवी और 12 अन्य को पांच साल कारावास की सजा सुनाई थी और 10-10 हजार का जुर्माना भी लगाया था। इसके चलते उनकी सदस्यता खत्म हो गई और उपचुनाव कराने की जरूरत पड़ गई।