वाशिंगटन, यूक्रेन पर आक्रमण के विरोध में पश्चिमी देशों की तरफ से रूस के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाइयां जारी हैं। यूरोपीय संघ, ब्रिटेन और कनाडा के बाद अब अमेरिका ने भी रूस के विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है। यूरोपीय संघ के साथ ही ब्रिटेन ने यूक्रेन युद्ध में रूस के पक्ष का समर्थन करने पर बेलारूस के खिलाफ प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।
बाइडन का बयान ‘हमने इतिहास के सबक सीखा’
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने स्टेट आफ यूनियन संबोधन में कहा कि हमने अपने इतिहास से यह सबक सीखा है कि जब तानाशाहों को उनकी आक्रामकता की कीमत नहीं चुकानी पड़ती, तो वे और अराजकता फैलाते हैं। रोके नहीं जाने पर तानाशाह आगे बढ़ते रहते हैं और अमेरिका और दुनिया के लिए खतरे बढ़ते रहते हैं। बाइडन ने कहा कि हम जानते हैं कि पुतिन यूक्रेन पर हमला करने के लिए बहुत दिनों से बहना बना रहे थे। उन्हें लगता था कि नाटो और अमेरिका जवाबी कार्रवाई नहीं करेंगे। परंतु, बाइडन ने कहा, ‘हम रूस को दर्द दे रहे हैं। पुतिन अब पहले से कहीं ज्यादा दुनिया से अलग–थलग हो गए हैं।’ रूस ने अभी अमेरिकी विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र नहीं बंद किए हैं। परंतु, अब अमेरिका द्वारा पाबंदी लगाए जाने के बाद जवाबी कार्रवाई में रूस भी अमेरिकी विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र बंद कर सकता है।
यूरोपीय संघ समेत कई देश लगा चुके हैं प्रतिबंध
कई देशों ने रूस पर लगाए बड़े प्रतिबंध
यूक्रेन पर हमले के विरोध में पिछले एक हफ्ते में यूरोपीय संघ के साथ ही कनाडा और अन्य कई देशों ने रूस के खिलाफ आर्थिक, वित्तीय और सैन्य पाबंदियां लगाई हैं। इससे रूसी मुद्रा रूबल की कीमत टूटी है और वह कमजोर हुआ है और आगे भी उसके कमजोर होने की संभावना जताई जा रही है। रूस के खिलाफ पाबंदियों को और सख्त करते हुए ब्रिटेन ने उसके पोत के लिए भी अपने बंदरगाहों के दरवाजे बंद कर दिए हैं। कनाडा एक दिन पहले ही रूसी जहाजों के अपने बंदरगाहों पर आने से रोक दिया है। ब्रिटेन ने बेलारूस के चार शीषर्ष सैन्य अधिकारियों और सैन्य कंपनियों के खिलाफ भी तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है। यूरोपीय संघ भी बेलारूस के खिलाफ पाबंदियां लगाने की तैयारी कर रहा है।