नई दिल्ली,। रूस-यूक्रेन में आज 12वें दिन भी युद्ध जारी है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने युद्ध को शांत करने का एक सहज प्रयास किया है। पीएम ने आज दोनों देशों के राष्ट्रपति से लम्बी बातचीत की। मोदी ने आज यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करीब 50 मिनट तक चले फोन काल पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से यूक्रेन-कीव युद्ध के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के साथ सीधी बातचीत करने का आग्रह किया। पीएम के अनुसार सीधी बातचीत ही इस युद्ध का कोई हल निकाल सकती है।
पुतिन ने सूमी से भारतीयों की जल्द वापसी का दिया आश्वासन
बता दें कि 24 फरवरी को रूस द्वारा युद्ध शुरू किए जाने के बाद से यह मोदी और पुतिन के बीच दूसरी वार्ता है। आज राष्ट्रपति पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी को यूक्रेनी और रूस के बीच हुई वार्ता की स्थिति के बारे में भी अवगत कराया। इस बीच प्रधानमंत्री मोदी ने रूस के सीजफायर की घोषणा की भी सराहना की। गौरतलब है कि इससे पहले यूक्रेन के चार शहरों कीव, खार्कोव, सुमी और मारियुपोल में दिन भर होते रहे। बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने सूमी से भारतीय नागरिकों की जल्द से जल्द सुरक्षित निकासी के महत्व पर जोर दिया, जिसके लिए पुतिन ने हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
बता दें कि इससे पहले आज ही पीएम मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की से फोन पर बात की थी। मोदी और जेलेंस्की के बीच करीब 35 मिनट तक बातचीत हुई। इस दौरान पीएम ने रूस और यूक्रेन के बीच जारी सीधी बातचीत की सराहना की। मोदी ने जेलेंस्की से बातचीत के दोरान यूक्रेन से 20,000 से अधिक भारतीय नागरिकों को निकालने में सहायता के लिए धन्यवाद भी दिया। पीएम ने हालांकि यूक्रेन में फंसे शेष भारतीय छात्रों की सुरक्षा के प्रति गहरी चिंता व्यक्त की और उनकी त्वरित निकासी आवश्यकता पर जोर दिया। मोदी और जेलेंस्की के बीच भी यह दूसरी वार्ता है, पहली बार 26 फरवरी को दोनों नेताओं के बीच बात हुई थी।