लवीव, यूक्रेन के तटीय शहर मारीपोल में रूसी सेना ने उस आर्ट स्कूल पर बमबारी की, जहां 400 से ज्यादा लोग शरण लिए हुए थे। स्थानीय अधिकारियों ने रविवार को बताया कि स्कूल भवन पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है और हो सकता है कि उसके मलबे में लोग दबे हुए हों। रूसी सैनिक मारीपोल के भीतरी क्षेत्र में घुस गए हैं। भीषण लड़ाई के कारण एक प्रमुख इस्पात संयंत्र को बंद कर दिया गया है। स्थानीय अधिकारियों ने पश्चिमी देशों से और अधिक मदद की गुहार लगाई है। हजारों लोगों को मारीपोल से सुरक्षित निकालकर जपोरिजजिया पहुंचाया गया है।
रूसी सेना ने हाइपरसोनिक मिसाइल के फिर इस्तेमाल का किया दावा
इस बीच रूसी रक्षा मंत्रालय ने एक और हाइपरसोनिक मिसाइल तथा क्रूज मिसाइलों से हमले का दावा किया है। मारीपोल रूसी सेना के लिए बड़ा युद्ध क्षेत्र बन चुका है। रूसी सेना इस प्रमुख शहर के बाहर तीन हफ्ते से डेरा डाली हुई है और इसे द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूरोप में सबसे बड़ा जमीनी हमला माना जा रहा है। मारीपोल के पुलिस अधिकारी माइकल वर्शनिन ने पश्चिमी नेताओं को संबोधित एक वीडियो में आसपास सड़क पर बिखरे मलबे को दिखाते हुए कहा, ‘बच्चे व बुजुर्ग मर रहे हैं। शहर को नष्ट कर दिया गया है।’
मायकोलाइव में हुए एक राकेट हमले में 40 नौसैनिक मारे गए
द न्यूयार्क टाइम्स से यूक्रेन के एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि पिछले दिनों दक्षिणी शहर मायकोलाइव में हुए एक राकेट हमले से संबंधित जानकारी सामने आई है, जिसमें 40 नौसैनिक मारे गए थे। रूसी सेनाओं ने पहले ही मारीपोल का संपर्क अजोव सागर से काट दिया है। गृह मंत्री के सलाहकार वादिम देनिसेंको ने कहा कि यूक्रेन व रूस की सेना ने मारीपोल में अजोवस्टल लौह संयंत्र को लेकर लड़ाई लड़ी। इसके बाद संयंत्र को बंद कर दिया गया।
हजारों लोगों को जबरन रूस भेजा गया
मारीपोल नगर परिषद ने दावा किया कि रूसी सैनिकों ने शहर के हजारों निवासियों, ज्यादातर महिलाओं व बच्चों को जबरन रूस भेज दिया। इस बीच यूक्रेन के दस में से आठ मानवीय गलियारों से लोगों को निकालने का काम जारी है। उप प्रधानमंत्री इरिना वेरेसचुक ने बताया कि 6,623 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है, जिनमें 4,128 लोग मारीपोल से थे।