तिहाड़ जेल के सूत्रों के मुताबिक इस मामले में जेल प्रशासन ने एक डिप्टी सुपरिटेंडेंट सहित दो सहायक सुपरिंटेंडेंट और एक अन्य कर्मी को निलंबित किया है।
वहीं, शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने यासीन मलिक के व्यक्तिगत रूप से पेश होने पर नाराजगी जताई थी। दरअसल, शीर्ष अदालत ने ऐसा कोई भी आदेश पारित नहीं किया था, जिसमें यासीन मलिक को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में पेश होने के लिए कहा गया हो।
बता दें कि आतंकी फंडिंग मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे यासीन मलिक को जम्मू कोर्ट के एक आदेश के खिलाफ सीबीआई की याचिका पर सुनवाई के लिए शीर्ष अदालत के समक्ष पेश किया गया था।