गांधीनगर,। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) ने शुक्रवार को गुजरात के गांधीनगर में सेमीकॉनइंडिया 2023 सम्मेलन (Semicon India Conference 2023) को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सेमीकॉन इंडिया 2023 प्रदर्शनी को देखने के लिए लोगों से अपील की। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने आए हुए निवेशकों का भी स्वागत किया।
भारत में निवेशकों के लिए अवसर ही अवसर हैं- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि आज हवा का रुख बदला हुआ है। यह सब आप लोगों की वजह से संभव हुआ है। उन्होंने निवेशकों से कहा कि 21वीं सदी के भारत में आपके लिए अपार अवसर हैं। भारत का लोकतंत्र, भारत की जनसांख्यिकी और भारत से मिलने वाला लाभांश आपके व्यवसाय को दोगुना, तिगुना कर सकता है।
‘सेमीकॉनइंडिया के माध्यम से संबंध अपडेट होते रहते हैं’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जैसे सॉफ्टवेयर को अपडेट करना आवश्यक है, वैसे ही यह कार्यक्रम भी है। सेमीकॉनइंडिया के माध्यम से उद्योग, विशेषज्ञों और नीति निर्माताओं के साथ संबंध अपडेट होते रहते हैं। मेरा यह भी मानना है कि संबंधों में तालमेल के लिए यह आवश्यक है।
”सिर्फ दो साल में भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात हुआ दोगुना”
सेमीकॉनइंडिया कॉन्फ्रेंस 2023 में पीएम मोदी ने कहा कि हम भारत के डिजिटल क्षेत्र और इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण में तेजी से वृद्धि देख रहे हैं। कुछ साल पहले भारत इस क्षेत्र में एक उभरता हुआ खिलाड़ी था और आज, वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण में हमारी हिस्सेदारी कई गुना बढ़ गई है। प्रधानमंत्री ने कहा,
2014 में भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन 30 बिलियन डॉलर से भी कम था। आज यह 100 अरब डॉलर को पार कर गया है। सिर्फ दो साल में भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात दोगुना हो गया है। भारत में निर्मित मोबाइल फोन का निर्यात दोगुना हो गया है। जो देश कभी मोबाइल फोन का आयातक था, वह आज दुनिया के बेहतरीन मोबाइल फोन बनाकर उनका निर्यात कर रहा है।
‘आज इंडस्ट्री 4.0 की गवाह बन रही है दुनिया’
पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया इंडस्ट्री 4.0 की गवाह बन रही है। जब भी दुनिया में कोई औद्योगिक क्रांति आई है, तो उसकी नींव किसी भी क्षेत्र के लोगों की आकांक्षाएं रही हैं। यह पहले की औद्योगिक क्रांतियों और अमेरिकी सपने के बीच का संबंध था। आज, मैं चौथी औद्योगिक क्रांति और भारतीय आकांक्षाओं के बीच वही संबंध देख सकता हूं।
सेमीकॉन इंडिया 2023 सम्मेलन का विषय क्या है?
इस सम्मेलन में प्रमुख कंपनियों के प्रतिनिधि मौजूद हैं। सम्मेलन का विषय ‘भारत के सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को उत्प्रेरित करना’ है। यह भारत की सेमीकंडक्टर रणनीति और नीतियों को प्रदर्शित करता है। इससे पहले, प्रधानमंत्री ने गांधीनगर के महात्मा मंदिर में सेमीकॉन इंडिया 2023 प्रदर्शनी का निरीक्षण किया।
पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान तीन समझौते पर हुए हस्ताक्षर
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका की राजकीय यात्रा के दौरान, तीन प्रमुख सेमीकंडक्टर समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए.. पहला माइक्रोन प्रौद्योगिकी है… दूसरा अनुप्रयुक्त सामग्री, सबसे जटिल उपकरण जो सेमीकंडक्टर निर्माण में प्रयोग किया जाता है, उसका निर्माण भारत में किया जाएगा…तीसरा लैम रिसर्च, यह अपने सेमीवर्स प्लेटफॉर्म पर 60,000 इंजीनियरों को प्रशिक्षित करेगा।
‘गुजरात को सेमीकंडक्टर हब के रूप में स्थापित करें पीएम मोदी’
सम्मेलन को गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भी संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है कि भारत में पहली बार सेमीकंडक्टर विनिर्माण इकाइयां गुजरात में खुल रही हैं। सेमीकंडक्टर क्षेत्र के लिए गुजरात सरकार द्वारा एक विशेष और समर्पित सेमीकंडक्टर नीति तैयार की गई है। हम चाहेंगे कि पीएम मोदी गुजरात को सेमीकंडक्टर हब के रूप में स्थापित करें।
भारत में 400 मिलियन डॉलर का निवेश करेगा एएमडी
सेमीकंडक्टर इंडिया में एडवांस्ड माइक्रो डिवाइसेज (एएमडी) के ईवीपी और सीटीओ मार्क पेपरमास्टर का कहना है, “एएमडी अगले पांच वर्षों में भारत में 400 मिलियन डॉलर का निवेश करेगा। एएमडी अपनी आर एंड डी क्षमताओं को बढ़ाएगा… हम बेंगलुरु में अपना सबसे बड़ा डिजाइन सेंटर बनाएंगे…”
”अब भारत की बारी है”
SEMI के अध्यक्ष और सीईओ अजीत मनोचा कहते हैं, “…मुझसे पूछा गया है कि क्या भारत वैश्विक सेमीकंडक्टर उद्योग का हिस्सा बनने के लिए तैयार है…आज मैं कह सकता हूं कि यात्रा शुरू हो गई है। वर्तमान सेमीकंडक्टर उद्योग अगले 6-7 वर्षों में $ 1 ट्रिलियन उद्योग तक बढ़ने की संभावना है..अब भारत की बारी है…भारत एशिया में सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में अगला पावरहाउस होगा…”
‘भारत का सबसे भरोसेमंद भागीदार बना रहेगा ताइवान’
सेमीकॉन इंडिया में फॉक्सकॉन के अध्यक्ष यंग लियू कहते हैं, “…जहां चाह वहां राह, मैं भारत सरकार के दृढ़ संकल्प को महसूस कर सकता हूं। मैं इस बात को लेकर बहुत आशावादी हूं कि भारत किस दिशा में आगे बढ़ेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार उल्लेख किया था कि आईटी का मतलब भारत और ताइवान है। प्रधानमंत्री, ताइवान आपका सबसे भरोसेमंद और विश्वसनीय भागीदार है और रहेगा…”