कोरोना के कारण कई आर्थिक गतिविधियां धीमी पड़ गई हैं। देश के एविएशन सेक्टर को भी बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। एविएशन सेक्टर में हाल के डिवेलपमेंट और घटते एयर ट्रैफिक को देखते हुए बजट एयरलाइन कंपनी स्पाइसजेट ने कर्मचारियों को वर्क आवर्स के अनुसार पेमेंट करने का फैसला किया है। हालांकि, इसके लिए मिनिमम लिमिट को बरकरार रखा जाएगा।
स्पाइजेट के एचआर डिपार्टमेंट ने कर्मचारियों को भेजी ईमेल में लिखा, “कोरोना की दूसरी लहर ने पिछले वर्ष की तरह एविएशन सेक्टर को अधिक नुकसान पहुंचाया है। पैसेंजर ट्रैफिक कोरोना से पहले के लेवल की तुलना में घटकर 10 प्रतिशत से कम रह गया है।” कंपनी ने कहा कि इन मुश्किल परिस्थितियों में वह उस स्ट्रक्चर पर लौट रही है जिसमें एंप्लॉयीज को वर्क आवर्स के अनुसार पेमेंट दी जाएगी। मई के लिए एंप्लॉयीज की सैलरी 1 जून को उनके बैंक अकाउंट में क्रेडिट हो जाएगी। हालांकि, कुछ एंप्लॉयीज की 35 प्रतिशत तक सैलरी को टाला जाएगा।
कम पे ग्रेड वाले कर्मचारियों पर नहीं होगा इसका असर
स्पाइसजेट ने कहा कि टाली गई राशि जून के दूसरे सप्ताह से दी जाएगी। कम पे ग्रेड वाले एंप्लॉयीज पर इसका असर नहीं होगा और उनकी पूरी सैलरी दी जाएगी। कोरोना के मामले बढ़ने और ट्रैवल पर लगी बंदिशों के कारण एयर ट्रैफिक एक बार फिर से काफी कम हो गया है। डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने हाल ही में शेड्यूल्ड इंटरनेशनल पैसेंजर फ्लाइट्स पर बैन 30 जून तक बढ़ा दिया था।