नई दिल्ली, । एलन मस्क की ओर से दुनिया की दिग्गज सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर का अधिग्रहण पूरा कर लिया है और वे अब नए ट्विटर के बॉस बन गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने ट्विटर पर मौजूद अपने अकाउंट के बायो को बदलकर ‘Chief Twit’ लिखा दिया है।
एलन मस्क की ओर से ट्विटर को अधिग्रहण करना इतना आसान नहीं रहा। इस बीच ट्विटर और मस्क का विवाद अदालत तक पहुंच गया। वहीं, ट्विटर ने भी अदालत में कह दिया था कि इस डील को मस्क की कई फेडरल एजेंसियां जांच कर रही है। आइए जानते हैं मस्क के ट्विटर अधिग्रहण का पूरा सफर…
एलन मस्क ने ऐसे खरीदा ट्विटर
- एलन मस्क की ओर से ट्विटर के अधिग्रहण का पहली बार संकेत 4 अप्रैल को मिला, जब मस्क ने 2.9 बिलियन डॉलर में ट्विटर के 7.3 करोड़ शेयर खरीदे थे।
- इसके बाद मस्क को ट्विटर के बोर्ड में शामिल करने की चर्चा ने जोर पकड़ा और 13 अप्रैल को ट्विटर ने अपनी फाइलिंग में बताया कि मस्क ने ट्विटर को खरीदने के लिए 54.20 डॉलर प्रति शेयर की पेशकश की है।
- इसके बाद ट्विटर की ओर से भी मस्क के प्रस्ताव पर सहमति दे दी गई और कहा गया कि वह 44 बिलियन डॉलर में मस्क की ओर से ट्विटर के अधिग्रहण को प्रस्ताव को मंजूरी देते हैं।
- ट्विटर के ओर से मंजूरी मिलने के बाद मस्क के यह कहते हुए पीछे हट गए थे कि ट्विटर में बड़ी संख्या में फेक एकाउंट्स हैं, जिनकी सही जानकारी ट्विटर उन्हें नहीं दे रहा है। इसके लिए उन्होंने ट्विटर के सुरक्षा प्रमुख पीटर जटको के आरोपों का सहारा लिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि ट्विटर एकाउंट्स को लेकर सही जानकारी नहीं दे रहा है।
- इसके बाद ट्विटर डील को लेकर पूरा मामला कोर्ट में चला गया।
- ट्विटर- मस्क डील पर सुनवाई करते हुए डेलावेयर कोर्ट ने इसे सील करने की शुक्रवार तक की तारीख तय की थी।
- शुक्रवार को मस्क के द्वारा अधिग्रहण पूरा कर लिया गया।
मस्क ने ट्विटर के शीर्ष अधिकारियों को निकाला
एलन मस्क ने शुक्रवार को 44 बिलियन डॉलर की ट्विटर डील को पूरा कर लिया। ट्विटर का नया बॉस बनने के बाद मस्क ने सबसे पहले सीईओ पराग अग्रवाल समेत कई बड़े शीर्ष अधिकारियों को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
ट्विटर डील के बाद किया पहला ट्वीट
ट्विटर डील पूरी होने के बाद मस्क ने पहला ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि चिड़िया मुक्त हो गई है। बता दें, ट्विटर को लेकर मस्क कह चुके हैं कि वे एक ऐसा प्लेटफॉर्म चाहते हैं, जिस पर सभी सोच वाले लोग स्वतंत्र रूप से अपने विचारों को रख सकें।