- परीक्षाफल शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने बोर्ड ऑफिस में घोषित किया। हाईस्कूल का रिजल्ट 93.09 फीसदी और इंटर का रिजल्ट 99.56 फीसदी रहा। इंटरमीडिएट में इस साल एक लाख 21 हजार 705 सम्मलित हुए। इसमें से एक लाख 21 हजार 171 पास हुए हैं। जिसमें सम्मान सहित 20 हजार 955 परीक्षार्थी पास हए। प्रथम श्रेणी में 63901 पास हुए। वहीं हाईस्कूल में इस साल कुल एक लाख 47 हजार 725 परीक्षार्थी शामिल हुए। जिसमें से एक लाख 46 हजार 386 परीक्षार्थी पाए हुए। इसमें 23 हजार 688 परीक्षाथी सम्मान सहित पास हुए हैं। इस साल कोरोना वायरस की वजह से कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया था। पिछली कक्षाओं के रिजल्ट के आधार पर हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का परीक्षाफल जारी किया गया है। इस साल 12वीं में 1.24 लाख और दसवीं में 1.48 छात्र छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन कराया था। खास बात यह है कि इस साल लगभग सभी छात्रों को पास किया गया है।
10वीं में लड़के तो 12वीं में लड़कियां आगे
इस बार दसवीं में लड़के लड़कियों से आगे रहे। संस्थागत श्रेणी में लड़कों का रिजल्ट 99.39% व लड़कियों का 98.92% रहा। व्यक्तिगत श्रेणी में बालकों का पास प्रतिशत 95.33 व बालिकाओं का 94.14% रहा। जबकि, दसवीं में लड़कियां आगे रही। इस बार संस्थागत श्रेणी में बालकों का 99.47% व बालिकाओं का 99.72% रहा। व्यक्तिगत श्रेणी में बालकों का रिजल्ट 97.63 व बालिकाओं का 99.23% रहा।