गोरखपुर, । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब चुनाव प्रचार के सिलसिले में प्रदेश के किसी कोने में रहें, शहर के भाजपा कार्यकर्ताओं को उनका चुनावी मार्गदर्शन मिलता रहेगा। अपने विधानसभा क्षेत्र में हो रहे प्रचार का वह निरंतर फीडबैक भी वह ले सकेंगे। साथ ही आगामी कार्ययोजना और उसे लेकर पदाधिकारियों से लेकर कार्यकर्ताओं तक का दायित्व तय करते रहेंगे। मुख्यमंत्री के निर्देश पर भाजपा की महानगर टीम ने इसकी व्यवस्था में जुटा है।
मंडलवार बनाया जा रहा है वर्चुअल संवाद केंद्र, लगाई जा रही एलईडी स्क्रीन व इंटरनेट
यह व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री के शहर विधानसभा क्षेत्र में आने सभी पांच मंडलों (गोरक्षनगर मंडल, राप्तीनगर मंडल, बिस्मिल नगर, मालवीय नगर, दीनदयाल नगर) में अलग-अलग कार्यालय बनाए जा रहे हें। इन कार्यालयों को एलईडी स्क्रीन और इंटरनेट सुविधा से लैस किया जा रहा है। इसके अलावा मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में चुनाव संचालन के लिए बनाए गए दो कार्यालय गोरखनाथ मंदिर के हिंदू सेवाश्रम और महाराणा प्रताप इंटर कालेज परिसर में स्थित प्रताप आश्रम को भी इसके लिए तैयार किया जा रहा है।
चुनावी कार्यक्रमों से खाली होकर केंद्र के जरिए कार्यकर्ताओं के संपर्क में रहेंगे मुख्यमंत्री
इन कार्यालयों को वर्चुअल संवाद केंद्र का नाम दिया गया है। इन केंद्रों पर शाम के निर्धारित समय पर दो घंटे तक पदाधिकारी और कार्यकर्ता मतदान तक नियमित बैंठेंगे। दिन के चुनाव कार्यक्रमों से खाली होकर मुख्यमंत्री केंद्रों पर बैठे कार्यकर्ताओं से वर्चुअली संवाद करेंगे। इस योजना की जानकारी कार्यकर्ताओं को दी जा रही है। बहुत जल्द संवाद केंद्र में बैठने का समय निर्धारित हो जाएगा और यह प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यह व्यवस्था मुख्यमंत्री की प्रदेश भर की चुनावी व्यवस्था के चलते की जा रही है।
कोई कार्यकर्ता किसी व्यक्तिगत कारण से मंडल के वर्चुअल संवाद केंद्र से दूर है और उसे संवाद में शामिल हाेना जरूरी है तो उसके लिए महानगर टीम एक और विकल्प तैयार कर रही है। हर वार्ड में ऐसे कार्यकर्ता को चिन्हित किया जा रहा है, जिसके घर में एंड्रायड टीवी और एक अतिरिक्त कक्ष हो। उस कक्ष को भी संवाद केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। निकटतम वार्ड वर्चुअल संवाद केंद्र से कोई भी कार्यकर्ता मुख्यमंत्री के संवाद कार्यक्रम में हिस्सा ले सकेगा।