लखनऊ। उत्तर प्रदेश में राजनीतिक सुगबुगाहट तेज हो गई है। इन दिनों राष्ट्रीय लोकदल और भाजपा के बीच गठबंधन की खबरों ने सुर्खियां बटोर रखी हैं। जहां एक ओर कयास लगाए जा रहे हैं कि लोकसभा चुनाव से पहले जयंत चौधरी भाजपा से गठबंधन कर लेंगे, तो वहीं अखिलेश यादव इसे मात्र एक अफवाह बता रहे हैं।
शुक्रवार को एक बार फिर से समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने रालोद और बीजेपी की गठबंधन की खबरों पर अपनी प्रतिक्रिया दी। यूपी में जयंत चौधरी के नेतृत्व वाली आरएलडी के बीजेपी गठबंधन में शामिल होने की अटकलों पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि यहां कोई बातचीत नहीं हुई है। जो कुछ भी है, अखबारों में छप रहा है, मुझे आपके माध्यम से सारी जानकारी मिल रही है।
जयंत समझदार हैं…
इससे पहले, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से आरएलडी के बीजेपी के साथ जाने को लेकर सवाल पूछा गया था। अखिलेश यादव ने जवाब देते हुए कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पोते एक पढ़े-लिखे व्यक्ति हैं और वह किसानों की लड़ाई को कमजोर नहीं होने देंगे। अखिलेश ने ये भी कहा कि जयंत राजनीति को अच्छी तरह समझते हैं। मुझे उम्मीद है कि वह किसानों की लड़ाई को कमजोर नहीं होने देंगे।
राजपाल बालियान ने कहा जयंत का फैसला होगा आखिरी
वहीं आरएलडी के नेता ने भी इस गठबंधन को लेकर कहा कि जो भी बात हो रही है उसकी जानकारी हमारे नेता जयंत चौधरी को होगी। रालोद के भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन में शामिल होने की अटकलों पर रालोद नेता राजपाल बालियान ने कहा कि जो भी बातचीत चल रही है, वह हमारे नेता जयंत चौधरी की निगरानी में है। मुझे ऐसी किसी बात की जानकारी नहीं है। राजपाल बालियान ने कहा कि जयंत चौधरी जो भी फैसला करेंगे, हम बिना शर्त उनके साथ खड़े रहेंगे।
‘मनमुटाव होने पर ही गठबंधन बदलने की बात आती है’
अखिलेश के साथ गठबंधन पर राजपाल बालियान ने कहा कि जब गठबंधन बनता है तो कुछ न कुछ मनमुटाव होता ही है, तभी छोड़ने या पाला बदलने की स्थितियां बनती हैं। फिलहाल हमें भाजपा के साथ गठबंधन की कोई जानकारी नहीं है।





