गोरखपुर, कोई प्रचार सामग्री के गंतव्य तक पहुंचने की चिंता में लगा है तो कोई कार्यकर्ताओं को जनता के बीच भेजने की। किसी की चिंता मतदाता सूची से मतदाता पर्ची को सहेजने को लेकर है। चिंता से ही कार्य करने की ऊर्जा मिल रही है। रही-सही कसर एलईडी स्क्रीन पर चल रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जोशीला संबोधन पूरी कर दे रहा है। गोरखनाथ मंदिर के हिंदू सेवाश्रम में बने चुनाव कार्यालय की गहमागहमी मुख्यमंत्री के प्रति कार्यकर्ताओं के समर्पण को बयां कर रही है। यह वही हिंदू सेवाश्रम है, जहां गोरखपुर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री जनता दर्शन करते हैं। दरअसल यह मात्र चुनाव कार्यालय ही नहीं है, यह वह स्थान भी है, जिसके जरिए मुख्यमंत्री योगी प्रदेश में किसी भी स्थान से रहते हुए अपने विधानसभा क्षेत्र पर नजर रखे हुए हैं।
मतदाताओं को सहेजने के लिए 24 गुणा 7 के फार्मूले पर काम कर रहे कार्यकर्ता
हिंदू सेवाश्रम को याेगी निर्देश के वार रूम में परिवर्तित किया गया है। कार्यकर्ताओं की टीम यहां तीन शिफ्ट में 24 गुणा 7 के फार्मूले पर काम कर रही है। हर आठ घंटे पर शिफ्ट बदल जा रही है। मतदाताओं को सहेजने के लिए भी बाकायदा कार्यकर्ताओं की एक दिन पूर्व ही जिम्मेदारी तय कर दी जा रही है। वार्डवार एक वरिष्ठ कार्यकर्ता के नेतृत्व में प्रतिदिन एक संपर्क टीम बनाई जा रही है, जो सुबह ही वार्डों में जनसंपर्क के लिए निकल जा रही है।
वरिष्ठ नेता कर रहे हैं मानिटरिंग
इस टीम का नेतृत्व राज्यसभा सदस्य शिव प्रताप शुक्ल, सांसद रवि किशन, नगर विधायक डा. राधा मोहन दास अग्रवाल, एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह जैसे वरिष्ठ नेता भी कर रहे हैं। परिणाम से इतर सबका इस बात पर जोर है कि इस बार योगी के पक्ष में मतदान का ऐसा रिकार्ड बने, जो कभी न टूटे। मुख्यमंत्री व्यक्तिगत रूप से फोन करके पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का फीडबैक ले रहे हैं। उनका उत्साहवर्धन कर रहे हैं। कार्यालय की सक्रियता बनाए रखने में मंदिर प्रबंधन से जुड़े लोगों की बड़ी भूमिका है। मंदिर का एक-एक कार्यकर्ता चुनाव की दृष्टि से पार्टी कार्यकर्ताओं की मदद के लिए तत्पर है।