कानपुर, । जीआरपी ने सिपाही बनकर ट्रेनों में यात्रियों को लूटने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर पांच सदस्यों को पकड़ा है। लुटेरे बिहार, प्रदेश के वाराणसी, भदोही, सुल्तानपुर के रहने वाले हैं। इनके कब्जे से लाखों के जेवरात, मोबाइल फोन, नकदी व पुलिस की टोपी बरामद की गई है। पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश के लिए टीमें लगाई गई हैं।
सेंट्रल रेलवे स्टेशन जीआरपी थाना प्रभारी आरके द्विवेदी ने बताया कि एडीजी रेलवे ए सतीश गणेश के निर्देशन में सिटी साइड हैरिसगंज पुल के पास चेकिंग के दौरान संदिग्ध हालात में खड़े पांच लोगों को पकड़ा गया। पहले बरगलाने का प्रयास किया, लेकिन कड़ाई करने पर टूट गए। अपने नाम सुल्तानपुर की नगर कोतवाली के मोहल्ला दरियागंज निवासी निजाम कुरैशी, मूलरूप से भदोही व वर्तमान में वाराणसी के थाना भेलूपुर के मोहल्ला दुर्गा कुंड कबीरगंज के संतोष कुमार पांडेय, यहीं के सारनाथ थाने के मोहल्ला लेठूपुर के सुरेश सिंह, कानपुर के हरवंशमोहाल के जुगल किशोर विश्वकर्मा और बिहार के रोहतास के विक्रमगंज थानांतर्गत आरा रोड के सुशील सिंह बताए।
संतोष पर अलग-अलग जिलों व प्रांतों के थानों में 17 मुकदमे दर्ज हैं, जबकि सेंट्रल स्टेशन के पांच मामलों में 12 मोबाइल फोन, सोने-चांदी के जेवरात की बरामदगी हुई है। निजाम समेत अन्य पर भी अलग-अलग एक दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। थाना प्रभारी ने बताया कि गिरोह के सदस्य देश भर में ट्रेनों में जनरल, स्लीपर व एसी कोचों में टिकट लेकर सफर करते हैं। कभी जीआरपी व आरपीएफ तो कई बार सिविल पुलिस के सिपाही-दारोगा के रूप में यात्रियों को धमकाकर माल लूट लेते थे। कई बार कोच में सो रहे यात्रियों का सामान लेकर उतर जाते थे।
इस टीम ने पकड़े लुटेरे
जीआरपी के उप निरीक्षक अब्बास हैदर, अमर नाथ सिंह, पंकज कुमार सिंह, आरपीएफ उप निरीक्षक सुजीत सिंह चंदेल, मुख्य आरक्षी बृजेश शर्मा, अतुल कुमार सिंह, सैयद अली अब्बास, सिपाही सेनमार्क व अनूप प्रजापति की टीम नव लुटेरों को पकड़ा। उप निरीक्षक अब्बास ने बताया कि गिरोह के नेटवर्क को तोड़ने के लिए दो टीमें लगाई गई हैं। जल्द कई और लुटेरे पकड़े जाएंगे।