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UP 2022: सहारनपुर में बोले मोदी, यूपी की जनता ने ठाना, जो बहन-बेटियों को सुरक्षित रखेंगे उसे ही वोट देंगे


सहारनपुर, । सहारनपुर में रिमाउंट डिपो के मैदान में पीएम नरेन्द्र मोदी के संबोधन की शुरुआत भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय से हुई।

कहा कि, मां शाकंभरी की भूमि सहारनपुर के समस्त भाइयों बहनों को आदरपूर्वक नमस्कार। जहां मां दुर्गा के चार रूपों से एक जगह दर्शन होते हैं, ऐसी पावन जगह से मैं सभी माताओं, बहनों, बेटियों का अभिनंदन करता हूं।

यूपी के विकास को नई ऊंचाई पर पहुंचाने वाले को ही वोट देगी जनता: मोदी

सहारनपुर में पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा कि इस क्षेत्र के लोगों ने ठान लिया है, जो यूपी को विकास के नई ऊंचाई पर पहुंचाएगा उसको ही वोट देंगे। जो यूपी को दंगा मुक्त रखेगा, उसे ही वोट देंगे। दंगों के खेल फिर से नहीं आने देना है। जो हमारी बहन बेटियों को भय मुक्त रखेगा, उसे ही वोट देंगे। जो अपराधियों को जेल भेजेगा, उसे ही वोट देंगे।

हम किसान को आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं : मोदी

सहारनपुर में खेती किसानी के साथ ही उद्यमियों का भी गढ़ है। यहां लकड़ी और फर्नीचर का इतना काम होता है, आप सभी जानते हैं कि कोई भी सामान समय पर पहुंचाना जरूरी होता है, आर्डर मिले पर समय पर ना पहुंचे तो दिक्कत होती है। किसान भी समझते हैं, फल, फूल और सब्जी हो, पहुंचाने में देर हो जाती है तो पैदावार बर्बाद हो जाती है। इसे समझते हुए ही योगीजी की सरकार यूपी के अलग अलग जिलों को अच्छी सड़कों से जोड़ रहे हैं। यूपी की कनेक्टिविटी बढ़ा रहे हैं। गंगा एक्सप्रेसवे, दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे, दिल्ली यमुनोत्री हाइवे, दिल्ली सहारनपुर फोरलेन, सहारनपुर एयरपोर्ट, यूपी में इतने बड़े बड़े काम पहले कभी नहीं हुए।

भाजपा सरकार का ये इतिहास है, ये परंपरा है, भाजपा सरकार जो संकल्प लेती है, उसे पूरा करके दिखाती है। ये हमारी ही सरकार है, जिसने गन्ना किसानों को पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा का भुगतान किया है। गन्ना किसानों को जितना पैसा पहले की सरकारों के दस साल में मिला था, उससे ज्यादा राशि योगीजी की सरकार ने दी है। हम गन्ना किसानों को एक और परेशानी से मुक्ति दिलाने का स्थायी उपाय भी कर रहे हैं, क्योंकि ऐसी समस्याएं हर बार आएं, राजनीति चलती रहे और किसान बेचारा राजनेताओं पर निर्भर ना रहे, हम किसान को आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं, गन्ना किसानों के सामने चीनी की कीमत कम हों या चीनी मिलें बंद हों तो गन्ना किसान सबसे पहले परेशान होता था। दुनिया के बाजार में चीनी की पैदावार बढ़ जाए तो भी भारत में चीनी कारखाने बंद होने पर किसान को परेशानी होती है। चीनी का वैश्विक बाजार ऊपर नीचे हो जाए तो किसान परेशान। इस चुनौती से निपटने के लिए हमारी सरकार एक बड़े विजन के साथ स्थाई उपाय के रास्ते पर ले जाने का काम कर रही है। गन्ना किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए अब गन्ना से सिर्फ चीनी बने ऐसा नहीं, चीनी ना बने तो गन्ना किसान परेशान हो जाए, ऐसा नहीं, दुनिया में चीनी की मांग कम हो जाए और चीनी पैदा करने वाले चीनी पैदा करना बंद कर दें, तो इस परिस्थिति से निकालने के लिए जब जरूरत होगी चीनी बनाएंगे, जब जरूरत होगी एथेनाल बनाएंगे, लेकिन गन्ना किसान को परेशानी नहीं होने देंगे, इसके लिए बड़ा अभियान चल रहा है। यह गन्ना किसानों को लाभ दे रहा है और आर्थिक व्यवस्था को गारंटी, सुरक्षा देता है।