- UP Elections: सह प्रभारियों की जिम्मेदारी तय करते समय सामाजिक और क्षेत्रीय समीकरण का ध्यान रखा गया है. चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान का कहना है कि केंद्र की राजनीति में यूपी का अच्छा दखल होता है.
UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में सत्ता की वापसी के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) को बीजेपी (BJP) ने मिशन पर लगाया है. उन्होंने आते ही अपने साथी सह प्रभारियों को क्षेत्रवार जिम्मेंदारी सौंप दी है. यूपी के चुनाव प्रभारी बनाए जाने के बाद अपने सात साथियों के साथ लखनऊ आये प्रधान ने सरकार और संगठन की थाह ली. इस दौरान केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण, युवा मामले और खेल मंत्री और सह चुनाव प्रभारी अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) राज्य के युवा वोटरों को जोड़ेंगे. इसके अलावा वे प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया के साथ ही सोशल मीडिया में चलने वाले चुनावी कैंपेन की कमान भी संभालेंगे. आईटी का जिम्मा भी उन्हीं के कंधों पर रहेगा. इन्हीं युवा मतदाताओं को रिझाने की जिम्मेदारी दी गई है.
असल में अनुराग ठाकुर को जो जिम्मा सौंपा गया है, मोदी मंत्रिमंडल में उन विभागों की कमान भी उन्हीं के पास है. ऐसे में वे युवाओं को बेहतर ढंग से केंद्र और राज्य की मौजूदा और भविष्य की योजनाएं समझा सकेंगे.
अनुराग ठाकुर के अलावा बाकी छह सह प्रभारियों को पार्टी के संगठनात्मक छह क्षेत्रों का जिम्मा सौंपा गया है. केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे को अवध क्षेत्र, अन्नपूर्णा देवी को कानपुर क्षेत्र, अर्जुनराम मेघवाल को बृज क्षेत्र, राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर को गोरखपुर क्षेत्र और सरोज पांडेय को काशी क्षेत्र व हरियाणा के पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु को पश्चिम क्षेत्र का चुनाव प्रभारी बनाया गया है. इन क्षेत्रों में संगठन प्रभारी पार्टी पहले ही नियुक्त कर चुकी है.