भदैंया (सुलतानपुर)। चकरपुर की कोमल ने जिस अंकुर के साथ जीवन संवारने के सपने देखे। उसी ने उसके जीवन की डोर काट दी और खुद सलाखों के पीछे पहुंच गया। ऐसे में जहां प्रेमिका की शादी का अरमान अधूरा रह गया, वहीं अंकुर के विवाह बंधन की डोर भी नहीं बंध सकी।
गत बुधवार की सुबह सरसों के खेत में गांव निवासी राम कैलाश की पुत्री कोमल का शव पाया गया था। अगले दिन मृतका के पिता की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट पुलिस ने दर्ज की। जाहिरा तौर पर कोई रंजिश प्रकाश में नहीं आई, इसलिए कातिल का पता लगाना पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण था।
इससे पार पाने के लिए उसने इलेक्ट्रानिक सर्विलांस की मदद ली। मृतका के मोबाइल की फोन काल डिटेल खंगाली तो सुराग मिल गया। आखिरी काल अंकुर की निकली। पुलिस के लिए इतना काफी था। उसे पकड़कर पूछताछ की गई तो सच सामने आ गया। बताया कि जबरिया शादी का दबाव कोमल बना रही थी, इसलिए रास्ते से हटा दिया।
समझाने पर नही मानी कोमल
अंकुर ने पुलिस को बताया कि उसका तीन वर्ष से कोमल के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। वह उस पर शादी करने का दबाव बना रही थी। घटना वाली रात कोमल को बाग में मिलने के लिए बुलाया था। उसे बताया कि मई में मेरी शादी तय है, जिस पर वह बिफर पड़ी। नाराज होकर हमने कोमल का गला दबाकर व सिर पर ईंट से प्रहार कर उसकी हत्या कर दी।
सेल्समैन थी काेमल
कोमल ने कक्षा आठ तक पढ़ाई की थी। मोदी केयर कंपनी में सेल्समैन की नौकरी करती थी। कम शिक्षा के बाद भी वह परिवार के खर्च में मदद करती थी। वहीं अंकुर इंटर पास है। वह भी सेल्समैन का काम एक कंपनी में करता था। करीब साल भर पहले कंपनी बंद हो गई तो वो घर पर ही रहकर खेती-किसानी करने लगा।
दोनों का प्रेम प्रसंग चल रहा था। अंकुर की मां एक बार शिकायत लेकर कोमल के घर गई थी। उसने कहा था कि या तो अपनी बेटी को मना कर लो या शादी कर लो। कोमल के परिवारवालों ने शादी से इनकार कर दिया था। पूछताछ के बार आरोपित अंकुर को जेल भेज दिया गया। – श्याम सुंदर, देहात कोतवाल निरीक्षक