पांच साल की सरकार की एंटी इनकंबेंसी को लेकर सतर्क भाजपा को इस चुनाव में भी मोदी मैजिक का पूरा भरोसा रहा और अब जिस तरह मतदाता खासी संख्या में घरों से निकल मतदान को पहुंचे, उसने भाजपा को राहत दी है। यह बात अलग है कि कांग्रेस भी इसे सत्ता में बदलाव के संकेत के रूप में परिभाषित करते हुए अपने पक्ष में बता रही है। अब भाजपा का विश्वास कायम रहता है या फिर कांग्रेस का दावा सच साबित होगा, यह 10 मार्च को मतगणना के बाद सामने आ जाएगा।
मोदी मैजिक और विकास पर विश्वास
इस चुनाव में मोदी मैजिक के साथ ही भाजपा को विकास के नाम पर जनादेश मिलने का भरोसा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जादू उत्तराखंड में हर बार चला है। मोदी के राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश के बाद भाजपा पिछले आठ वर्षों से उत्तराखंड में अविजित है। वर्ष 2014 व 2019 के लोकसभा चुनाव में सभी पांचों सीटों पर परचम फहराने के अलावा वर्ष 2017 के पिछले विधानसभा चुनाव में 70 में से 57 सीटों पर जीत इसे प्रमाणित करती है। भाजपा ने पिछली बार की तरह यह चुनाव भी डबल इंजन के स्लोगन के साथ लड़ा। दरअसल, पिछले पांच वर्षों में केंद्र व राज्य में भाजपा की ही सरकार रहने से उत्तराखंड को केंद्र से एक लाख करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं की सौगात मिली, जिन पर काम चल रहा है।