मॉस्को, । पिछले एक साल से भी ज्यादा वक्त से चल रहे यूक्रेन युद्ध में रूस के लिए ढाल के तौर पर काम करने वाले वैगनर ग्रुप ने रूसी सरकार के खिलाफ विद्रोह कर दिया है। पीएमसी वैगनर के नाम से मशहूर इस ग्रुप का दुनिया से परिचय सबसे पहली बार साल 2014 में पूर्वी यूक्रेन में हुए संघर्ष के दौरान हुआ।
यूक्रेन युद्ध के दौरान बखमुत शहर पर वैगनर ग्रुप की मदद से ही रूसी सेना ने कब्जा जमाने में सफलता हासिल की थी। लेकिन, आज के समय इसी ग्रुप ने रूसी राष्ट्रपति पुतीन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
वैगनर ग्रुप ने राष्ट्रपति पुतीन के खिलाफ किया बगावत
वैगनर प्राइवेट प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने रूसी सैन्य नेतृत्व को देश से उखाड़ फेंकने का लक्ष्य लेकर मॉस्को की ओर आगे बढ़ने का फैसला किया है। इस ग्रुप से लड़ने के लिए रूसी सेना ने भी कमर कस ली है। रूस की राजधानी मॉस्को में भारी तादाद में टैंक और सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई है।
ग्रुप के कई सैनिकों को हुआ गलती का अहसास: रूसी रक्षा मंत्रालय
इसी बीच रूसी रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को वैगनर ग्रुप से आग्रह किया है कि वो मॉस्को की ओर आगे न बढ़ें और पहले जहां उनकी तैनाती की गई थी, वहां वापस लौट जाएं। इससे पहले वैगनर ग्रुप के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने दावा किया कि दो रूसी शहरों में मौजूद सैन्य सुविधाओं पर ग्रुप का नियंत्रण है।
रूसी रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार येवगेनी प्रिगोझिन को बताया गया कि आपके ग्रुप के कई सैनिकों को अपनी गलती का अहसास हो चुका है। वो अपने स्थायी ठिकानों पर लौटने के लिए मदद मांग रहे हैं।
हर किसी की सुरक्षा की गारंटी देने के लिए तैयार: रूसी रक्षा मंत्रालय
रूसी रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी कि जो भी वैगनर ग्रुप के सैनिक वापस अपने स्थायी ठिकानों पर लौटना चाहतें है, उन्हें साहयता प्रदान की जाएगी। मंत्रालय ने आगे कहा कि हम हर किसी की सुरक्षा की गारंटी देने के लिए तैयार हैं।
बता दें कि वैगनर ने शनिवार को वोरोनिश में रूसी सैन्य सुविधाओं पर नियंत्रण करने का दावा किया। इससे पहले शनिवार को वैगनर प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने कहा था कि उनकी सेना ने रोस्तोव-ऑन-डॉन में हवाई क्षेत्र सहित सैन्य सुविधाओं पर नियंत्रण कर लिया है। सीएनएन ने आरआईए नोवोस्ती के हवाले से बताया कि रूसी सुरक्षा बलों ने सेंट पीटर्सबर्ग में वैगनर सेंटर की इमारत को घेर लिया है।
जिसने रूस को धोखा दिया उसे जवाब देना होगा: पुतीन
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस विद्रोह की निंदा की और कहा कि पश्चिम की पूरी सैन्य, आर्थिक और सूचना मशीनरी हमारे खिलाफ युद्ध छेड़ रही है। ऐसे समय में एक सशस्त्र विद्रोह रूस और उसके लोगों के लिए एक झटका है।