निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि चुनाव के पूर्व के चरणों में हुई हिंसा के मद्देनजर सातवें चरण के मतदान के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. उन्होंने कहा कि निर्वाचन इकाई ने स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए इस चरण में केंद्रीय बलों की कम से कम 796 कंपनी तैनात करने का फैसला किया है. अधिकारी ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान कोविड-19 रोधी प्रोटोकॉल का कड़ा अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए भी कदम उठाए जाएंगे.
दो सीटों पर मतदान की तारीख बढ़ी आगे
उन्होंने कहा कि सातवें चरण में 12,068 मतदान केंद्रों पर वोट डाले जाएंगे. सभी की नजरें भवानीपुर निर्वाचन क्षेत्र पर होंगी जहां से तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी मौजूदा विधायक हैं और वह इसी क्षेत्र की निवासी हैं.मुर्शिदाबाद और पश्चिम वर्द्धमान जिलों के नौ-नौ, दक्षिण दिनाजपुर और मालदा जिलों के छह-छह तथा कोलकाता दक्षिण के चार विधानसभा क्षेत्रों में 12,068 मतदान केंद्रों में सुबह सात बजे से शाम साढ़े छह बजे तक मतदान होगा. समसेरगंज और जंगीपुर में दो उम्मीदवारों के निधन के बाद इन दोनों सीटों पर मतदान को स्थगित कर दिया है. इन दोनों सीटों पर मतदान के लिए 16 मई की तारीख तय की गई है. इस चरण में शहर के दक्षिणी हिस्से, खासकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के गढ़ भवानीपुर की सीटों पर मुख्य रूप से ध्यान केंद्रित होगा.
इन सीटों पर होगा खास ध्यान
बनर्जी इस बार नंदीग्राम से चुनावी मैदान में उतरी हैं, लेकिन उन्होंने अपनी पार्टी के वरिष्ठतम नेताओं में शामिल सोवनदेब चट्टोपाध्याय को भवानीपुर से उम्मीदवार बनाया है. भाजपा ने अभिनेता से नेता बने रुद्रनील घोष को इस सीट से खड़ा किया है.
भाजपा ने रासबिहारी से लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रत साहा को तृणमूल कांग्रेस के देबाशीष कुमार के खिलाफ खड़ा किया है. कोलकाता पोर्ट क्षेत्र में राज्य के मंत्री एवं शहर के महापौर फरहाद हकीम के सामने भाजपा के अवध किशोर गुप्ता और कांग्रेस के मोहम्मद मुख्तार की चुनौती होगी. इनके अलावा बालुरघाट, मालदा, चंचल, हरिश्चंद्रपुर, लालगोला, मुर्शिदाबाद और फरक्का क्षेत्रों पर भी लोगों का ध्यान केंद्रित रहेगा.पश्चिम बंगाल में 9 बजे तक 9.24% मतदान हो चुका है.