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World Wildlife Day: पीएम मोदी बोले- वनों और जानवरों की सुरक्षा के लिए हर संभव कोशिश करेंगे


लोगों में वन्यजीवों और वनस्पतियों के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए हर साल 3 मार्च को विश्व वन्यजीव दिवस (World Wildlife Day 2021) मनाया जाता है. आज का दिन वन्यजीवों और वनस्पतियों को समर्पित है. पृथ्वी विभिन्न प्रजातियों का घर है. पर्यावरण के संतुलन में वन्यजीव महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करते हैं.

मनुष्य अपने निजी स्वार्थ के लिए इन वन्यजीवों और वनस्पतियों का निरंतर ह्रास कर रहा है. वन्यजीवों के क्षेत्र में मनुष्य के बढ़ते हस्तक्षेप के कारण जीव-जतुओं की कई प्रजातियां विलुप्त होने की कगार पर आ गई हैं. आजकल कई जीवों की तस्करी की खबरें भी लगातार सामने आ रही हैं. जीव-जंतुओं की प्रजातियों को बचाने के उद्देश्य से हर साल 3 मार्च को वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ डे मनाया जाता है. इस दिन दुनियाभर में जागरुकता अभियान चलाए जाते हैं.

विश्व वन्यजीव दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने वन्यजीवों का सरक्षण करने वालों का धन्यवाद किया है. प्रधानमंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘विश्व वन्यजीव दिवस (World Wildlife Day) के अवसर पर मैं वन्यजीव संरक्षण की दिशा में काम करने वालों को सलाम करता हूं. इनके प्रयास से शेर, बाघ और तेंदुआ समेत भारत विभिन्न जानवरों की आबादी में लगातार वृद्धि देख रहा है. हमें अपने वनों की सुरक्षा और जानवरों के लिए सुरक्षित आवास सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए’.

विश्व वन्यजीव दिवस के मौके पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने बुधवार को जीव-जंतुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनके लिए वन और सुरक्षित आवासों को संरक्षित करने की अपील की.

उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा, ‘विश्व वन्यजीव दिवस के मौके पर स्मरण रखें कि वन्य जीवों सहित अपने प्राकृतिक परिवेश और संसाधनों का संरक्षण नागरिकों का संवैधानिक कर्तव्य है. मनुष्य पृथ्वी का स्वामी नहीं है बल्कि उसे अन्य जैविक प्रजातियों के साथ साझा करता है. हमारा अस्तित्व ही प्रकृति पर निर्भर है’.

मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘भारत वन्यजीव (Wildlife) और जैव विविधता (Biodiversity) संपन्न देश है. देश में ग्लोबल टाइगर और एशियाई शेर की 70 फीसदी आबादी है.जबकि तेंदुए की भारत में 60 फीसदी आबादी है. नरेंद्र मोदी सरकार चीता के प्रजनन पर काम कर रही है, जो 1952 में विलुप्त हो गए थे. इस बड़ी बिल्ली (चीता ) की प्रजाती बड़ी संख्या में जल्द ही देखने को मिलेगी’.

परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने भी विश्व वन्यजीव दिवस के अवसर पर कहा, ‘आइए हम वन आधारित आजीविका का उत्सव मनाएं’.