नई दिल्ली। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने मई महीने के थोक महंगाई (WPI Inflation Data) के आंकड़े जारी किए हैं। मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार देश में थोक महंगाई में दर में लगातार तेजी है।
12 तारीख को जारी रिटेल महंगाई में मामूली गिरावट आई थी। लेकिन, थोक महंगाई दर में तेजी बरकरार है।
होलसेल प्राइस इंडेक्स (Wholesale Price Index) यानी डब्ल्यूपीआई (WPI) आधारित महंगाई मई में 2.61 प्रतिशत थी।
खाद्य पदार्थों, विशेषकर सब्जियों और विनिर्मित वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि के कारण मई में थोक मुद्रास्फीति में लगातार तीसरे महीने वृद्धि हुई है।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के बयान में कहा कि
मई 2024 में मुद्रास्फीति की सकारात्मक दर मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों, खाद्य उत्पादों के निर्माण, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, खनिज तेल, अन्य विनिर्माण आदि की कीमतों में वृद्धि के कारण है।
इन चीजों के बढ़े दाम
मई में सब्जियों की महंगाई दर 32.42 फीसदी रही, जो पिछले महीने 23.60 फीसदी थी। प्याज की महंगाई दर 58.05 फीसदी रही, जबकि आलू की महंगाई दर 64.05 फीसदी रही। इसके अलावा मई में दालों की महंगाई दर 21.95 फीसदी बढ़ी है।
ईंधन और बिजली बास्केट में मुद्रास्फीति 1.35 प्रतिशत रही, जो अप्रैल के 1.38 प्रतिशत से मामूली कम है। मैन्यूफैक्चरड प्रोडक्ट में मुद्रास्फीति 0.78 प्रतिशत थी, जो अप्रैल में (-) 0.42 प्रतिशत से ज्यादा थी।
पिछले महीने कैसे थी थोक महंगाई दर
अप्रैल 2024 में 1.26 फीसदी रही थी, यह 13 महीने के उच्चतम स्तर था। वहीं,मार्च 2024 में डब्ल्यूपीआई 0.53 फीसदी था। अगर फरवरी की बात करें तो इस महीने थोक महंगाई 0.20 फीसदी थी और जनवरी में 0.27 फीसदी थी।
मई में कैसे थी रिटेल महंगाई
मई में रिटेल महंगाई 4.75 फीसदी रही, यह 12 महीने का निचला स्तर पर है। वहीं, अप्रैल 2024 में रिटेल महंगाई 4.83 प्रतिशत थी।