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Yamuna में बढ़ा अमोनिया का स्तर, Delhi के 6 प्लांट से पानी आपूर्ति प्रभावित


नई दिल्ली, यमुना में अमोनिया की समस्या एक बार फिर बढ़ गई है। मौजूदा समय में यमुना के पानी में अमोनिया का स्तर दिल्ली जल बोर्ड के जल शोधन संयंत्रों की शोधन क्षमता की तुलना में करीब तीन गुना बढ़ गया है। इस वजह से जल बोर्ड के छह जल शोधन संयंत्रों से पांच से 15 प्रतिशत तक पानी आपूर्ति कम हो गई है। इस वजह से राजधानी के ज्यादातर इलाकों में पानी आपूर्ति प्रभावित हुई है। इससे पेयजल किल्लत बढ़ गई है।

पेयजल की रहेगी किल्लत

जल बोर्ड का कहना है कि यमुना के पानी मेंं अमोनिया को स्तर में सुधार होने तक कम दबाव पर पानी आपूर्ति होगी। ऐसे में अगले कुछ दिनों तक पेयजल किल्लत बरकरार रह सकती है।

जल बोर्ड के अनुसार वजीराबाद के पास यमुना के पानी में अमोनिया का स्तर 1.9 पीपीएम (पार्ट पर मिलियन) है। यमुना के पानी में अमोनिया का स्तर 0.6 पीपीएम तक होने पर जल शोधन संयंत्रों से उसका शोधन हो पाता। जल बोर्ड यमुना से वजीराबाद व चंद्रावल जल शोधन संयंत्र के लिए पानी उठाता है।

इन कारणों से पड़ा पानी आपूर्ति में असर

यमुना के पानी में अमोनिया का मात्रा बढ़ने के कारण जल बोर्ड ने अभी शोधन के लिए यमुना से ज्यादा पानी उठाना बंद कर दिया है। हैदरपुर से मूनक नहर का पानी पाइप लाइन से वजीराबाद व चंद्रावल जल शोधन संयंत्र में ले जाकर शोधित किया जा रहा है। इस वजह से हैदरपुर, बवाना, नांगलोई व द्वारका जल शोधन संयंत्र से भी पानी आपूर्ति पर असर पड़ा है।

जल बोर्ड के अनुसार वजीराबाद, चंद्रावल, बवाना, नांगलोई, द्वारका व हैदरपुर इन सभी संयंत्रों से पानी आपूर्ति कम हुई है। सामान्य तौर पर इन संयंत्रों से कुल 552 एमजीडी पानी आपूर्ति होती है। फिलहाल 15 प्रतिशत तक पानी आपूर्ति कम होने से दक्षिणी दिल्ली, मध्य, पश्चिम, उत्तर पश्चिम व दक्षिण पश्चिमी दिल्ली के कई इलाकों में पानी आपूर्ति प्रभावित हुई है। पिछले सप्ताह भी यमुना में अमोनिया बढ़ने की समस्या हुई थी। तब एक दिन बाद ही स्थिति में सुधार हो गई थी।