साल 2014 से देश की सत्ता में आए बदलाव के बाद से कांग्रेस कई संकटों में घिरी नजर आई. अब पार्टी पर एक बार फिर बड़ा संकट गहराता हुआ नजर आ रहा है. दरअसल पार्टी आर्थिक संकट से जूझ रही है. ऐसे में अब इस संकट का सामना करने के लिए पार्टी फंड जुटाने की कोशिशों में लगी है. हाल ही में AICC की एक बैठक हुई थी जिसमें मुख्य रूप से पार्टी की आर्थिक स्थिति पर चर्चा की गई और फंड जुटाने की बात की गई.
जानकारी के मुताबिक पिछले महीने पार्टी के शीर्ष नेताओं ने महाराष्ट्र, झारखंड और पंजाब के नेताओं से मुलाकात की थी. इस बैठक में राज्य सरकारों के सभी मंत्री और संगठन के कुछ सदस्य भी शामिल हुए थे.
पहले बताया जा रहा था कि ये बैठक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्षों के नोमिनेशन पर विचार विमर्श करने के लिए हुई थी लेकिन अब खबर आ रही है कि इसमें पार्टी की आर्थिक स्थिति पर भी चर्चा हुई. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक बैठक में पार्टी फंड की स्थिति के बारे में बताया गया और सभी सदस्यों से इसकी जिम्मेदारी लेने की अपील की गई. AICC के एक नेता भी इस बात को कबूल किया है कि हाल ही में हुई कुछ बैठकों में पार्टी की आर्थिक स्थिति पर ही मुख्य रूप से चर्चा की गई है. इसके अलावा दिल्ली में बन रहा कांग्रेस का नया हेडक्वाटर भी पार्टी के लिए चिंता का कारण बना हुआ है. पिछले कुछ समय से ये निर्माणाधीन है.
कांग्रेस कर रही प्रदर्शन
वहीं दूसरी ओर पेट्रोल औ डीजल के बढ़ते दामों को लेकर विपक्ष लगातार मोदी सरकार पर निशाना साध रहा है. इसी कड़ी में मध्य प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस जमकर प्रदर्शन कर रही है. ये विरोध प्रदर्शन पेट्रोल औ डीजल के बढ़ते दामों के साथ-साथ किसान आंदोन को लेकर भी किया जा रहा है. इस प्रदर्शन के तहत के भोपाल में कांग्रेस ने आधे दिन के बंद का आह्वान किया है.