नई दिल्ली, । इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर विदेश से आने वाले यात्रियों को कोरोना जांच के लिए अधिक समय तक इंतजार नहीं करना पड़े, इसके लिए यहां जांच मशीनों की संख्या बढ़ाई जा रही है। पहले यहां रैपिड पीसीआर जांच के लिए 160 मशीनें थी, अब इनकी संख्या बढ़ाकर 200 की जा रही हैं। मशीनों की बढ़ी संख्या के मुताबिक ही प्रशिक्षित मानव संसाधन भी यहां बढ़ाए जाएंगे।
आइजीआइ टर्मिनल-तीन पर जेनेस्टि्रंग्स डायग्नोस्टिक सेंटर को कोरोना जांच की जिम्मेदारी मिली है। सेंटर की निदेशक डा. गौरी अग्रवाल का कहना है कि एयर सुविधा पोर्टल के साथ सेंटर को जोड़ा जा रहा है ताकि एयरपोर्ट पर यात्रियों को जांच के लिए आनलाइन बुकिंग कराने में सहूलियत हो। आनलाइन बुकिंग किए जाने पर यात्रियों का काउंटर में बुकिंग के लिए खर्च होने वाला समय बचेगा।
ज्यादा मशीन व मानव संसाधन की उपलब्धता के कारण जांच के नतीजे जल्दी आएंगे और काम का दबाव कम होगा। इससे जांच के नतीजों में गलती की गुंजाइश न के बराबर होगी। फिलहाल आइजीआइ पर रोजाना करीब 4,200 यात्रियों की कोरोना जांच की जा रही है। एयरपोर्ट पर कोरोना जांच के लिए दो तरह की सुविधा है। इनमें रैपिड पीसीआर व आरटीपीसीआर शामिल हैं। अधिकांश यात्री जांच के लिए रैपिड जांच का विकल्प चुन रहे हैं।